आबकारी एवं कराधान विभाग के प्रधान सचिव संजय कुंडू ने आज यहां बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण लाॅकडाउन और आर्थिक मंदी के बावजूद शिमला, नूरपुर, कांगड़ा और सिरमौर क्षेत्रों की शेष बची खुदरा शराब दुकानों को आज 35.52 करोड़ रुपये में बेचा गया।
उन्होंने कहा कि कुल खुदरा शराब दुकानों के 1190 करोड़ रुपये के व्यवसाय के मुकाबले आबकारी एवं कराधान विभाग राज्य में 1180 करोड़ रुपये का व्यवसाय करने में सफल रहा है। आज की नीलामी को छोड़कर, शेष व्यवसाय पूरे मूल्य पर हुआ है। उन्होंने कहा कि पहली बार शराब की दुकानों की बिक्री नवीनीकरण निविदा एवं नीलामी आधार पर मोल-भाव के बिना हुई है। पिछले वर्ष खुदरा शराब कारोबार का मूल्य 1085 करोड़ रुपये था और मोल-भाव के बाद मूल्य 126 करोड़ रुपये घटा, जिसके परिणामस्वरूप शुद्ध व्यवसाय 959 करोड़ रुपये रहा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के 959 करोड़ रुपये के मुकाबले इस वर्ष कारोबार 1180 करोड़ रुपये में बेचा गया है।
संजय कुंडू ने कहा कि शिमला क्षेत्र की शराब की दुकानें 2.30 करोड़ रुपये, नूरपुर की 6.03 करोड़ रुपये, कांगड़ा की 4.80 करोड़ रुपये और सिरमौर की 22.39 करोड़ रुपये में बेची गई हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार के व्यवहारिक प्रयासों के कारण आबकारी एवं कराधान विभाग राज्य में सभी खुदरा शराब दुकानों को बेचने में सफल रहा है।