पावटा साहिब के बाता मंडी स्थित ऐरों क्लब ( वुडलैंड ) कंपनी मजदूरों व कर्मचारियों का शोषण करने में जुटी हुई है मजदूरों को लॉक डाउन के आड़ में निकाले जाने की बात कही गई है तथा कहा गया है कि कई महीनों तक कंपनी दोबारा शुरू नहीं की जाएगी तथा मजदूर अपना-अपना हिसाब कर कंपनी छोड़ दे
वही गरीब मजदूरों जो कि प्रवासी थे ने इलाका छोड़कर अपने घर वापस चले गए हैं तथा उनको ना कोई राशन का सामान कंपनी ने दिया गया ना सैलरी दी गई जिन गरीब मजदूरों ने इस कंपनी को करोड़ों रुपए मुनाफा कमा कर दिया इसी कंपनी ने लॉकडाउन के दौरान उनको राशन तक के लिए नहीं पूछा गरीब मजदूरों को भूखे मरने की नौबत आ गई कोई गरीब मजदूरों ने अपने घर तक का सामान बेच कर राशन जुटाया तथा कई प्रवासी मजदूरों ने अपना सारा सामान बेचकर अपने घर वापस पहुंच गए हैं तथा यह बात भी कह कर गया कि दोबारा कभी वापस नहीं लौटेंगे वही कंपनी प्रबंधन गरीब मजदूरों को दबाव देकर इस्तीफा लिखाने में जुटी हुई है तथा गरीब मजदूरों को स्पष्ट कह दिया गया है कि वह अपना हिसाब कर ले तथा कंपनी छोड़ दें
जहां एक ओर हिमाचल प्रदेश सरकार तथा केंद्र सरकार कंपनियों को करोड़ों रुपए का पैकेज देकर उनकी सहायता कर रही है वहीं गरीब मजदूरों को केवल धक्के खाने कोही मिल रहे हैं तथा गरीब मजदूर भूखे मरने को मजबूर है आज भी पकड़ी बंद 80 मजदूरों ने फैक्ट्री के बाहर प्रदर्शन किया तथा कंपनी से अपनी सैलरी की मांग की गरीब मजदूरों का आरोप है कि कंपनी ने लोक डाउन के दौरान उनकी कोई मदद नहीं की तथा उनको किसी प्रकार की कोई सैलरी नहीं दी गई है