( जसवीर सिंघ हंस ) मामला 18 मार्च 2019 का है स्टेट विजिलेंस में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने कालाअम्ब बैरल पर तैनात आरटीओ दीनू राम को ₹4500 रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था नारायणगढ़ के कारोबारी ने एआरटीओ द्वारा उसे रिश्वत मांगे जाने की विजिलेंस टीम को की थी शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को शिकायत की थी कि एआरटीओ हर महीने 15 सो रुपए महीना मांग रहे थे कारोबारी ने इसकी रिकॉर्डिंग अपने मोबाइल में कर ली थी जो उसने विजिलेंस को सौंपी इसके बाद विजिलेंस ने कारोबारी को ₹4500 लेकर एआरटीओ दीनू राम के पास भेजा तथा रंगे हाथों पैसे लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया
विजिलेंस की इस कार्रवाई से रिश्वतखोर में हड़कंप मच गया था गौरतलब है कि पिछले लंबे विजिलेंस एंटी एंटी करप्शन ब्यूरो के नाहन दफ्तर में दोबारा शिकायतकर्ता न मिलने के कारण कोई कारेवाही नहीं हो प् रही है | लोग मज़बूरी में भ्रष्ट अधिकारियो को पैसे देकर अपना काम करवा लेते है | वही भ्रष्ट अधिकारी करोडो रूपये के सम्पति बनाने में जुटे हुए है बताया जा रहा है की भ्रष्ट अधिकारी दलालों के द्वारा उगाही करने में जुटे हुए है | वही अब देखना यह होगा की चूहे बिल्ली का ये खेल कितने दिन चलेंगा | एक न एक दिन भ्रष्ट अधिकारी सलाखों के पीछे होंगे