रोटरी क्लब पावटा साहिब और विकलांग सेवा केंद्र, अम्बाला केंट ने बांटे निशुल्क कृत्रिम उपकरण

रोटरी क्लबस ऑफ पौंटा साहिब, पौंटा सखी, नाहन और नाहन सिरमौर हिल्स विकलांग सेवा केंद्र अम्बाला केंट के सहयोग से दिनाँक 24 अक्टूबर 2021 को ज्ञान चंद गोयल धर्मशाला में विकलांग सहायता शिविर का आयोजन किया गया था। यह शिविर दो चरणों में किया गया। प्रथम चरण में दिनाँक 24 अक्टूबर 2021 को ज्ञान चंद गोयल धर्मशाला में विकलांगो जाँच की गयी और दूसरे चरण में उन विकलांगो को दिनाँक 13 नवंबर 2021 को विकलांग सेवा केंद्र, अम्बाला केंट में निशुल्क कृत्रिम उपकरण जैसे कैलिपर, ट्राईसाइकिल, बैसाखी, नकली टांग इत्यादि दिए गए और साथ ही इन उपकरणों को चलाने का प्रशिक्षण भी दिया गया।

अध्यक्ष, रोटरी पौंटा साहिब, मनमीत सिंह मल्होत्रा ने बताया की इस शिविर को सफल बनाने में रोटरी सदस्य डॉक्टर नीना सबलोक, राकेश कुमार थापा, भविष्य गौतम, डॉक्टर सुरेश कुमार सबलोक, डॉक्टर प्रवेश कुमार सबलोक, यशपाल धीमान और विकलांग सेवा केंद्र अम्बाला केंट की टीम ने पूर्ण सहयोग दिया। इस शिविर में कुल 125 विकलांगो की जाँच की गयी और उनकी जरुरत के अनुसार दिनाँक 13 नवंबर 2021 को विकलांग सेवा केंद्र, अम्बाला केंट में 08 विकलांगो, राजेश कुमार, सीता, शुभम, किरण, आयुष, अमन शर्मा, कपिल, कमलेश कुमार को निशुल्क कृत्रिम उपकरण दिए गए।

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इस शिविर को सफल बनाने में नंज मेड साइंस फार्मा प्राइवेट लिमिटेड, गांव- रामपुरघाट, पौंटा साहिब का भी विशेष सहयोग रहा। विकलांगो के आने-जाने के लिए कंपनी द्वारा बस का प्रबंध किया गया, जिससे विकलांगों को विकलांग सेवा केंद्र, अम्बाला केंट पहुँचने में आसानी हुई। वहां सेवा केंद्र में पहुंचे के बाद विकलांग सेवा केंद्र, अम्बाला केंट के कर्मचारियों ने विकलांगों को कृत्रिम उपकरण लगाए और इन् उपकरणों को चलाने का प्रशिक्षण भी दिया गया। उपकरणों के मिलने के बाद लाभार्थियों के चेहरे पे मुस्कान थी और काफी हर्षित थे।

उपकरण मिलने से उनको बिना सहारे चलने-फिरने में मदद मिली, जिससे उनका आत्मबल भी बड़ा। लाभार्थियों ने बताया की इस तरह की मदद मिलने से उनको काफी फायदा हुआ। जिसकी ख़ुशी उन्होंने, रोटरी पौंटा साहिब और विकलांग सेवा केंद्र अम्बाला केंट का आभार प्रकट करके जताई।

अध्यक्ष, रोटरी पौंटा साहिब, मनमीत सिंह मल्होत्रा ने सभी सहयोग देने वालो को धन्यवाद् किया और कहा की इस तरह के शिविर विकलांगो को आत्मबल देने में जरुरी है।

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