पांवटा साहिब में पुलिस अधिकारी अपराध रोकने के बजाय अपराध को छुपाने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं चोरी के दो बड़े मामलों में पुलिस द्वारा शिकायत और साक्ष्य होते हुए भी कार्रवाई नहीं कर रही है ।
पहला मामला पांवटा साहिब के मुख्य बाजार से बाइक चोरी का है 26 नवम्बर दोपहर 2 बजे बदमाश बाइक चोरी करते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ ।
बाइक मालिक सुलेमान ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनकी बाइक दिनदहाड़े चोरी हुई पुलिस को शिकायत की, लेकिन 3 दिन बाद भी कार्रवाई तो छोड़िए मामला दर्ज तक नहीं हुआ उन्होंने खुद सीसीटीवी कैमरे लोगों की दुकानों पर जाकर चेक किए और उसमें एक व्यक्ति की पहचान कर पुलिस को साक्ष्य सबूत सौंपे लेकिन कई दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है ऐसा लगता है कि पुलिस ने उनकी बाइक चोरी की शिकायत भी दर्ज नहीं की है। उन्होंने कहा कि इससे ना केवल समाज में चोरी के मामले बढ़ रहे हैं बल्कि अपराधियों के मामले में बुलंद हो रहे हैं।
दूसरे मामले में गोविंदघाट बैरियर चौकी के साथ मजदूरों के 3 मोबाइल जिनकी कीमत तकरीबन 40 हजार से ज्यादा थी अब तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
ऐसा लगता है पुलिस द्वारा चोरी हुए मोबाइल को ट्रैकिंग पर ही नहीं डाला गया है क्योंकि चोरी हुए मोबाइल कई बार वारदात के आसपास ही ऑन हुए हैं और फिर काफी देर तक चैटिंग भी की गई लेकिन पुलिस के पास इस तरह की कोई भी जानकारी नहीं है ऐसा लगता है पुलिस ने इस मामले को भी दर्ज नहीं किया है।।
दूसरी और शिकायत कर्ताओं का मानना है कि अगर इस तरह चोरों की हिफाजत में पुलिस अधिकारी तैनात रहेंगे तो अपराधियों के हौसले और बुलंद होंगे और गंभीर वारदातों अंजाम भी जा सकते हैं।