जिला सिरमौर के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र कालाआम में हरियाणा के 2 प्रवासी मजदूरों के साथ हैरतअंगेज वाक्य हुआ। जब यह दोनों प्रवासी मजदूर सुखजीत और रंजीत 08 जनवरी को भारतीय स्टेट बैंक की शाखा का से पांच 5000 रुपए निकालने गए। तो उन्होंने एटीएम का प्रयोग किया। एटीएम से पैसे निकालने को जैसे ही इन्होंने बटन दबाएं। तो इनके खाते से पांच 5000 – 5000 रुपए बिहार के मुख्यमंत्री राहत कोष के खाते में ट्रांसफर हो गए।
जब पैसे नहीं निकले, तो सुखजीत और रंजीत ने इस संदर्भ में बैंक के अधिकारियों को शिकायत भी दर्ज करवाई। मगर बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों ने कोई कार्यवाही नहीं की। जिसके बाद दोनों ने पुलिस थाना कालाआम में अपनी शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद कालाअंब पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन में पाया कि यह पैसे तो बैंक कर्मचारियों की गलती से ट्रांसफर हुए हैं। इसे बैंक कर्मचारी ही दुरुस्त करवा सकते हैं। सुखजीत और रंजीत कालाअंब की एक दवा उद्योग में कार्यरत हैं, जो कि बतौर हैल्पर काम करते हैं। सुखजीत और रंजीत दोनों गांव बटरोहन तहसील मंजुला जिला अंबाला हरियाणा के रहने वाले हैं। सुखजीत और रंजीत ने बताया कि उन्होंने अपने पैसे रिफंड करवाने के लिए बैंक कर्मचारियों से कई बार आग्रह किया तथा लिखित में शिकायत भी दी है। मगर 1 सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी बैंक अधिकारियों ने उनके पैसे रिफंड करवाने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की है।
उधर जब इस संदर्भ में कालाअंब पुलिस थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सुखजीत और रंजीत के पैसे बैंक की लापरवाही से बिहार के मुख्यमंत्री राहत कोष में ट्रांसफर हुए हैं। इसे बैंक के ही कर्मचारी दुरुस्त कर सकते हैं। इन दोनों के पैसे रिफंड भी बैंक के कर्मचारी करवा सकते हैं। इसमें ऑनलाइन ठगी व दूसरा कोई कारण नहीं है। इसलिए पुलिस जो सहायता कर सकती है। उसके लिए तैयार है।