पांवटा साहिब के मानपुर देवड़ा में बिना किसी परमीशन के धड़ल्ले से जहाँ गोयल क्रेशर चल रहा था, वहीं अवैध रूप से पत्थर और गिट्टी का स्टॉक भी हो रहा था। कई महीनों से ये काम धड़ल्ले से चल रहा था। खनन विभाग की मिलीभगत से गोयल क्रेशर चल रहा था काफी समय से स्थानीय लोग भी विभाग पर आरोप लगा रहे हैं कि खनन विभाग की मिलीभगत से ही अवैध खनन हो रहा है
गौरतलब है कि गोयल स्टोन क्रेशर की पीएमटी पिछले लगभग 6 महीने से समाप्त हो गई थी परंतु विभाग की मिलीभगत से यह स्टोन क्रेशर चलता रहा शिकायत मिलने के बावजूद भी विभाग ने स्टोन क्रेशर पर कोई कार्रवाई नहीं की शिकायतकर्ता का आरोप है कि विभाग की मिलीभगत से ही यह अवैध स्टोन क्रशर लगभग 6 महीने तक चलता रहा
कई स्टोन क्रशर ऐसे हैं जो मानक पूरे नहीं करते और राज्य सरकार ने इन स्टोन क्रशरों को आबादी क्षेत्र में चलाने की अनुमति तक दे दी है. लोगो का कहना है कि स्टोन क्रशर एक इंडस्ट्री है और इन्हें सिर्फ औद्योगिक क्षेत्र में ही स्थापित किया जा सकता है.