पांवटा साहिब के रामपुर घाट और मानपुर देवड़ा के बीच रेत बजरी माफियाओं द्वारा पुलिस जवान से मारपीट ओर माइनिंग इंस्पेक्टर को किडनैप कर उत्तराखंड ले जाने के मामले में मुख्य आरोपी और उसके साथी पुलिस की गिरफ्त से अभी तक दूर है उत्तराखंड के ढकरानी निवासी माठु चौधरी और उसके साथी जो कि स्कॉर्पियो गाड़ी में भरकर हिमाचल में पहुंच गए थे तथा गुंडागर्दी का नाच किया था उनको पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है
बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी और उसके साथी शिमला हाई कोर्ट से जमानत करवाने की फिराक में घूम रहे हैं तथा हिमाचल में भी वह शिमला तक के चक्कर काट रहे हैं वहीं हिमाचल पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए हैं कि मुख्य आरोपी और उनके साथियों को पुलिस आखिर क्यों नहीं गिरफ्तार कर सकी है
पुरूवाला थाना में दर्ज की गई f.i.r. में गंभीर धाराएं लगाई गई है जिसके बावजूद पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। घायल जवान विक्रमजीत सिंघ का मेडिकल करवाया गया वही माइनिंग इंस्पेक्टर संजीव कुमार को सकुशल छुड़वा लिया गया था जिला खनन अधिकारी सुरेश भारद्वाज रात को स्वयं मौके पर पहुंचे तथा कार्रवाई में जुटे हुए थे
सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक 12 मई को रात करीब 3:00 बजे रेत बजरी माफिया पांवटा से यमुना नदी के रास्ते से अवैध सामग्री उत्तराखंड पहुंचा रहे थे माइनिंग विभाग और पुलिस विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो रेत बजरी माफिया उन पर जानलेवा हमला करने का प्रयास करने लगे, गनीमत यह रही कि माइनिंग विभाग और पुलिस बाद जान बचाने में कामयाब हो गए, पर पुलिस का एक जवान लहूलुहान हो गया तो माइनिंग इंस्पेक्टर को रेट रेत बजरी माफियाओं ने किडनैप कर लिया
माइनिंग गार्ड द्वारा पुलिस को लिखित रूप में शिकायत दी गई है कि एक पुलिस जवान और माइनिंग इंस्पेक्टर को रेत बजरी माफियाओं द्वारा किडनैप किया गया है इस मामले में गंभीरता से जांच हो। वहीं डीएसपी वीर बहादुर का कहना है कि हमले में और किडनैपिंग में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है बाकी आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस छापेमारी कर रही है तथा कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है