पांवटा साहिब में राजनीति के केंद्र रहे कांग्रेस सरकार में पूर्व सीपीएस रतन सिंह के उत्तराधिकारी हरप्रीत सिंह भी इस बार चुनावी मैदान में हैं। बीते कल हरप्रीत सिंह मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल से मिले।
प्रदेश कांग्रेस में अल्पसंख्यक मोर्चा के उपाध्यक्ष हरप्रीत सिंह रतन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और हिमाचल प्रदेश पर्यवेक्षक भूपेश बघेल से मिले। उन्होंने पांवटा साहिब की राजनीति को लेकर पिछले कई वर्षों की चर्चा बघेल से की।
वही चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की एंटी कंबैंसी होने के कारण कांग्रेस को बड़ा लाभ मिल सकता है अगर कांग्रेस मिलकर लड़ाई लड़े तो सिर्फ पांवटा साहिब में ही नहीं जिला सिरमौर में बेहतर स्थिति बन सकती है।
सूत्रों ने बताया कि चर्चा के दौरान जिला सिरमौर कभी कांग्रेस का गढ़ रहा है अगर कांग्रेस का साथ मिलकर चुनाव लड़े तो बेहतरीन रिजल्ट मिल सकते हैं।
क्योंकि इस बार भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस में भी खुद को पार्टी की ओर से प्रत्याशी स्थापित करने की जंग छिड़ी है कांग्रेस में अगर बात करें तो हरप्रीत सिंह रतन राजनीति की जड़ों से निकल कर आते हैं पूर्व में सीपीएस सरदार रतन सिंह जिला सिरमौर में राजनीति के बड़े दिग्गज माने जाते रहे हैं और आज भी उनका नाम जनता के बीच बेहद ईमानदार और स्पष्ट वादी नेता के तौर पर माना जाता रहा है। जिसका लाभ हरप्रीत सिंह रतन को मिल सकता है।