पावटा साहिब : शहर के कचरे से अब बनेगा खाद

आपके घर से निकला कचरा भी अब बेकार नहीं जाएगा। आज नगर पालिका ने कूड़े से खाद बनाने की मशीन का शुभारंभ किया इस मौके पर नगरपालिका के ईओ अजमेर ठाकुर नगर पालिका चेयरमैन निर्मल को नगर पालिका उपाध्यक्ष ओम प्रकाश कटारिया मौजूद रहे मिली जानकारी के अनुसार रसोईघर से निकलने वाले भोजन, सब्जियां व अन्य खाद्य सामग्री के वेस्ट मेटेरियल को खाद में बदलने की योजना बनाई गई है। इसके तहत नगरपालिका के भाटा वाली स्थित कचरा डंपिंग यार्ड में जल्द ही ऑर्गेनिक वेस्ट कंवर्टर सिस्टम स्थापित किया जाएगा। इस मशीन के जरिए शहर के वार्डों से निकलने वाले ग्रीन वेस्ट को खाद में बदला जा सकेगा।

 

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आमतौर पर शहर से प्रतिदिन निकलने वाले वेस्ट का ज्यादातर हिस्सा घरों व होटलों की रसोई से अनुपयोगी कचरा होता है, जिसमें सब्जियों के टुकड़े, फल, पत्तियां तथा खराब भोजन शामिल है। इसे ऑर्गेनिक वेस्ट कहा जाता है, जो यूं ही फेंक दिया जाए तो इंसानों के लिए संक्रामक रोगों का सबब बन सकता है। यही कचरा व उसमें पनपने वाले सूक्ष्म जीव पेड़-पौधों के लिए जीवनदायी भोजन का काम करते हैं। इसी कांसेप्ट के तहत  कचरा यार्ड में एक ऐसी मशीन स्थापित करने की तैयारी निगम कर रहा है, तो इन वेस्ट मटेरियल को अनोखी तकनीक के जरिए बदलकर पेड़-पौधों के लिए उपयोग जैविक खाद बना देता है। यह खाद न केवल बागवानी के लिए, बल्कि फसलों के लिए भी काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। आम तौर पर खेती या बागवानी के लिए पशुओं की गोबर खाद का चलन होता है, लेकिन इसकी उपलब्धता कम होने के कारण इस ऑर्गेनिक वेस्ट कंवर्टर सिस्टम का इस्तेमाल कर कचरे के निपटान के साथ इस कमी को पूरा किया जा सकेगा।

900 किलो वेस्ट से 400 किलो कंपोस्ट

इस आधुनिक ऑर्गेनिक वेस्ट कंवर्टर मशीन में एक बार में 400 किलोग्राम खाद बनाई जा सकती है। इस मात्रा में खाद तैयार करने इससे दोगुनी मात्रा में जैविक कचरे का इस्तेमाल करना होता है। मशीन में 900 किलोग्राम कचरा डालने के बाद कंवर्टर उसे 400 किलोग्राम खाद में बदलकर देता है। यह सारी प्रक्रिया ऑटोमेटिक प्रणाली से पूरी होती है, जिसमें ऑपरेटर को केवल कुछ बटनों का इस्तेमाल ही करना होता है। एक सिरे से इसमें होटल, बाजारों व वार्डों के ग्रीन वेस्ट को मशीन में डाला जाता है और दूसरे सिरे से ऑर्गेनिक कंपोस्ट तैयार होकर बाहर निकलना लगता है। इस प्रक्रिया बमुश्किल दस से 15 मिनट का वक्त लगेगा।

मिली जानकारी के मुताबिक इस मशीन को स्थापित करने लगभग 1 करोड़ की लागत आने का अनुमान लगाया है। ई ओ नगरपालिका ने बताया कि यह काफी हाइटेक प्रणाली है,

इसके लिए वार्डों, होटलों और साप्ताहिक हाट-बाजारों से निकलने वाले कचरे को लाकर अलग-अलग किया जाता है। इसमें जैविक खाद के लिए उपयुक्त कचरे को अलग कर मेन्युअल प्रक्रिया से खाद तैयार किया जाता है।

 

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