पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में सीबीआई ने करीब छह महीने बाद एफआईआर दर्ज कर दी है। प्रदेश सरकार ने 17 मई 2022 को पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला लिया था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कैबिनेट मंत्रियों और आला अधिकारियों से मंत्रणा के बाद यह निर्णय लिया था। अब सीबीआई ने पांच आरोपियों के खिलाफ चंडीगढ़ में एफआईआर दर्ज की है।
बीते 27 मार्च को प्रदेश भर में पुलिस कांस्टेबलों के 1,334 पदों की भर्ती के लिए 81 केंद्रों में लिखित परीक्षा हुई थी। 5 अप्रैल को परिणाम घोषित हुआ था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने लिखित परीक्षा रद्द कर मामला सीबीआई को देने की बात कही। इसके बाद पुलिस ने सबसे पहले कांगड़ा से ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में अब तक पेपर लीक मामले में 116 अभ्यर्थियों समेत कुल 171 से अधिक आरोपी गिरफ्तार किए हैं। इनके खिलाफ शिमला, कांगड़ा और सोलन के अर्की कोर्ट में तीन चार्जशीट दायर की जा चुकी हैं। 3 जुलाई को दोबारा लिखित परीक्षा कराई गई।
विशेष जांच टीम (एसआईटी) प्रिंटिंग कमेटी में शामिल आईपीएस अधिकारियों से पूछताछ की गई। 18 नवंबर 2022 को दो आरोपियों ने कांगड़ा कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। 21 नवंबर को सीबीआई ने कांगड़ा, सोलन पुलिस और सीआईडी से रिकॉर्ड और स्टेटस रिपोर्ट मांगी।