पच्छाद हल्के से चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उत्तर चुके रत्न कश्यप

पच्छाद हल्के से चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उत्तर चुके रत्न कश्यप जनसम्पर्क में जूट गए हैं जो किसी किमत पर पोछे नहीं हटेंगे। वन अधिकारी रहे रत्न कश्यप हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं। चुनाव लड़ने का पक्का इरादा कर चुके रत्न कश्यप वीरवार को मीडिया से रूबरू हुए। पत्रकार वार्ता में कश्यप ने कहा कि वह किसी क्षेत्रीय दल से चुनाव नहीं बल्कि राष्ट्रिय दल से टिकट की दावेदारी पैश करेंगे यदि टिकट नहीं मिलता तो वह आजाद उम्मीदवार के तौर पर ही मैदान में उतरकर भाग्य आजमाएंगे।

पच्छाद के पिछड़ेपन को लेकर आहत दिखे कश्यप ने कहा कि टिकट से ज्यादा पच्छाद का विकास उनका मुख्य लक्ष्य है। कांग्रेस नेता गंगूराम मुसाफिर को सीधेतौर पर पच्छाद के पिछड़ेपन के लिए जिम्मेवार ठहराया। उन्हें बिना विजन का नेता करार देते हुए उन्होंने कहा की तिन दशकों में भी पच्छाद के लिये वह कोई माइक्रो प्लान नहीं बना पाए। आज भी स्थानीय जनता मूलभूत समस्याओं से दो चार हो रही है। क्षेत्र में बेरोजगार युवाओं की फ़ौज लगातार बढ़ रही है ठोस नीति के आभाव में किसान बेहाल हैं। उधर यही हाल विधायक सुरेश कश्यप का है।
रत्न कश्यप ने कहा कि पच्छाद वासियों का दुर्भाग्य रहा कि आज तक यहां कोई उद्योग नही ला पाया। जिससे बेरोजगार युवाओं को घर द्वार पर रोजगार मिल सके। पिछले तीन दशकों से पच्छाद की जनता गंगूराम मुसाफिर को खुल कर समर्थन देती रही लेकिन उन्होंने हमेशा जनता की भावनाओं से खिलवाड़ किया। पच्छाद वासियों ने उन्हें काफी बर्दाश्त किया लेकिन जब पानी से के ऊपर से चला गया तो पिछले चुनाव में उन्हें किनारे भी कर दिया। उन्होंने कहा कि पच्छाद की जनता विकास चाहती है ओर उनका भी यह मुख्य एजेंडा है।

You may also likePosts

सरकारी सेवा के दौरान उन्होंने दूसरे जिलों में ही सेवाएं दी। जहां उन्हें विकास की वास्तविकता पता चली। उन क्षेत्रों के मुकाबले पच्छाद क्षेत्र काफी पीछे है और यदि उन्हें सेवा का मौका मिलता है तो वह माइक्रो प्लानिंग बनाकर विकास की नई गाथा लिखेंगे। मुसाफिर पर सीधा हमला बोलते हुए कश्यप ने कहा कि उन्होंने सड़क, उच्चशिक्षा,व स्वास्थ्य जैसी बुनियादी जरूरतों को लेकर पच्छाद की जनता से केवल मजाक ही किया है। आज भी हालत यह है की पच्छाद के दो सिविल अस्पताल इक्का दुक्का डॉक्टरों के सहारे रेंग रहे हैं। हालत यह है कि वह केवल रेफरल अस्पतालों के तौर पर मशहूर हो रहे हैं। शिक्षा की बात की जाए तो क्षेत्र में पहले तो डिग्री कॉलेज खोले ही नही गए लेकिन जब इस दिशा में कुछ काम हुआ तो सालों उस पर राजनीति चलती रही। राजनीतिक लाभ लेने के लिए धड़ाधड़ बिना स्टाफ के स्कूल खोले जा रहे हैं। सड़कों की दुर्दशा की बात की जाए तो प्रदेश में पच्छाद नम्बर एक पर होगा। बड़े बड़े कामों से जनता का ध्यान हटाने के चक्कर मे उन्होंने छोटे छोटे प्रधानी स्तर के कार्यों में लोगो को उलझा के रखा। रत्न कश्यप ने मजाकिया अंदाज में कहा कि पच्छाद में हमेशा तबादलों के नाम पर प्रताड़ना आम बात है। दूसरी तरफ उन्होंने विधायक सुरेश कश्यप पर भी हमला बोला उन्होंने कहा कि सुरेश कश्यप भी मुसाफिर के पद चिन्हों पर चलने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि लोगों को उनसे काफी उम्मीदें थी। लेकिन भाजपा विधायक से भी पच्छाद की जनता का मोह भंग होता जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ लोग कवरिंग कंडीडेट के तौर पर उनके विरुद्ध भ्रामक प्रचार कर रहे हैं जोकि सरासर गलत है। वह समाज सेवा के मकसद से इस क्षेत्र में आये हैं। इस अवसर पर वेद प्रकाश शर्मा,राजेन्द्र सूद, जितेंद्र ठाकुर,अरुण शर्मा मौजूद थे।

Related Posts

Next Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!