लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज यहां बताया कि प्रदेश सरकार ने लोगों की सुविधा के दृष्टिगत शिमला जिला में एनएच-705 पर खड़ापत्थर के नीचे सुरंग बनाने का प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा है। इस सुरंग की निर्माण लागत लगभग 250 करोड़ रुपये होगी।
उन्होंने बताया कि खड़ापत्थर सुरंग की लंबाई 2840 मीटर प्रस्तावित की गई है। कोटखाई की तरफ से पश्चिमी छोर से एप्रोच रोड की लंबाई 563.436 मीटर और जुब्बल की तरफ पूर्वी छोर से एप्रोच रोड की लंबाई 969.659 मीटर होगी। एप्रोच रोड को मिलाकर इसकी कुल लंबाई 4373.095 मीटर होगी। बचाव सुरंग की लंबाई 3095 मीटर होगी।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सर्द ऋतु के दौरान ऊपरी हिमाचल में भारी बर्फबारी से सड़क संपर्क बाधित होता है। ठियोग-कोटखाई-हाटकोटी एनएच पर खड़ापत्थर के समीप भारी बर्फबारी के दौरान जुब्बल-रोहड़ू, डोडरा-क्वार और उत्तराखंड की ओर जाने वाले लोगों को परेशानी और असुविधा का सामना करना पड़ता है। लोगों की सुविधा के दृष्टिगत इस क्षेत्र के लिए वर्षभर निर्बाध आवागमन को सुनिश्चित करने के लिए इस सुरंग के निर्माण का निर्णय लिया गया है।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि इस सुरंग के निर्माण से शिमला से रोहड़ू की दूरी 10 से 12 किलोमीटर कम होगी। इससे परिवहन लागत में भी कमी आएगी। इस सुरंग के बनने से क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियांे को भी प्रोत्साहन मिलेगा तथा गिरिगंगा, कुप्पड़, हाटकोटी, चांशल-पास आदि पर्यटन क्षेत्र बेहतरीन पर्यटन गंतव्य के रूप में उभरेंगे।
उन्होंने कहा कि ऊपरी शिमला क्षेत्र सेब के उत्पादन के लिए विश्वविख्यात है। इस सुरंग के बनने से उत्पादों के परिवहन की लागत में भी कमी आएगी।