पावटा साहिब : मैनकाइंड फार्मा पर आयकर विभाग का छापा, शेयर लिस्टिंग के दो दिन बाद

 

आयकर विभाग ने मैनकाइंड फार्मा के परिसरों पर टैक्स चोरी के आरोपों में छापेमारी की। कंपनी के शेयर बाजार में दो दिन पहले ही लिस्ट हो गए थे। पोंटा साहिब में मैनकाइंड कंपनी के विभिन्न परिसरों में इनकम टैक्स की विभिन्न टीमों ने छापा मारा है

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पांवटा साहिब में मैनकाइंड ग्रुप के साथ मिलकर कुछ अन्य ग्रुप कार्य कर रहे हैं तथा एक स्थानीय व्यक्ति के नाम पर इस व्यक्ति ने यमुना विहार कालोनी समेत विभिन्न जगह पर अवैध संपत्ति भी खरीदी हुई है जल्द ही इन बेनामी संपत्तियों का भी बड़ा खुलासा किया जाएगा बताया जा रहा है कि त्यागी ने पावटा साहिब में अवैध रूप से बेनामी संपत्तियां बनाई है जिसके लिए भी स्थानीय लोगों ने इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए आला अधिकारियों को अवगत कराया है

मैनकाइंड फार्मा, देश की चौथी सबसे बड़ी फार्मा कंपनी, के परिसरों पर आयकर विभाग की छापेमारी हुई है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, फार्मा कंपनी पर टैक्स चोरी के आरोपों को लेकर यह कार्रवाई की गई है।

दो दिन पहले ही स्टॉक मार्केट में हुई थी लिस्ट

विभाग ने मैनकाइंड फार्मा के दिल्ली और आसपास के स्थानों में कंपनी के परिसरों की तलाशी और दस्तावेजों की जांच की। साथ ही, आईटी टीम ने लोगों से पूछताछ भी की। कंपनी के शेयर स्टॉक मार्केट में दो दिन पहले ही लिस्ट हुए थे।

मैनकाइंड फार्मा के शेयर आईपीओ के बाद 9 मई को स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुए थे। लिस्टिंग के पहले दिन, कंपनी के शेयरों में 32.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी, और शेयर 1,430 रुपये पर बंद हुए।

वर्तमान में मैनकाइंड फार्मा का मार्केट कैप 57,045.80 करोड़ रुपये है। लिस्टिंग के दिन, कंपनी के 12 लाख शेयर बीएसई पर और एनएसई पर 3.31 करोड़ से अधिक शेयरों का कारोबार हुआ था।

मैनकाइंड फार्मा विभिन्न चिकित्सीय क्षेत्रों और उपभोक्ता स्वास्थ्य देखभाल उत्पादों में फार्मास्युटिकल फॉर्मूलेशन की विविध श्रेणी के विकास, निर्माण, और विपणन में काम करती है। कंपनी के दो प्रमुख उत्पाद, मैनफोर्स कंडोम और प्रेगा न्यूज़, काफी प्रचलित हैं।

मैनकाइंड फार्मा का IPO 25 अप्रैल से 27 अप्रैल तक तीन दिनों के लिए खुला था। इस आईपीओ का प्राइस ब्रैकेट 1,026 से 1,080 रुपये प्रति शेयर और लॉट साइज 13 शेयर था। कंपनी ने आईपीओ में अधिकतम लॉट साइज 14 (182 शेयर) रखा था।

आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) था, जिसमें 4 करोड़ से अधिक इक्विटी शेयरों की बिक्री हुई थी। कंपनी ने आईपीओ के ऑफर साइज का 50 फीसदी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए, 15 फीसदी हाई नेटवर्थ व्यक्तियों (HNIs) के लिए और 35 फीसदी शेयर खुदरा निवेशकों के लिए रिजर्व किया था।

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