पूर्व सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के उपाध्यक्ष रहे बलदेव तोमर ने बेहद सख्त शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उद्योग मंत्री को कोबरा तक कह दिया उन्होंने कहा कि शिलाई के विधायक विकास के सभी कामों को डंस रहे हैं।
शिलाई में उद्योग मंत्री द्वारा जनजातीय क्षेत्र को लेकर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है सभाओं में कहा जा रहा है कि जनजातीय क्षेत्र घोषित होने के बाद कोई बजट नहीं आएगा नौकरियों में कोई लाभ नहीं होगा बलदेव तोमर ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि उद्योग मंत्री को अपना ज्ञान दूरूस्त करवा लेना चाहिए। उन्होंने कहा ये परिवार शिलाई में कभी भी विकास कार्यों का हितेषी नहीं रहा है ।
उद्योग मंत्री लोगों को जनजातीय क्षेत्र घोषित होने के बाद मिलने वाली सुविधाएं को लेकर भ्रम में डाल रहे हैं उन्हें बताया जा रहा है कि उनका आरक्षण खत्म हो जाएगा और उन्हें नौकरियों के लिए पहले से अधिक लड़ाई लड़नी होगी लेकिन यह पूरी तरह से झूट है जनजातीय क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद यहां के लोगों को 17% के करीब आरक्षण नौकरियों में मिलेगा प्रति व्यक्ति के लिए अलग से बजट आएगा सिर्फ इतना ही नहीं जनजातीय क्षेत्र घोषित होने के बाद हिमाचल प्रदेश के साढ़े तीन लाख जनजातीय लोगों के साथ ही कम्पिटीशन हमारे बच्चों को करना होगा।
पांवटा साहिब में प्रेस वार्ता करते हुए बलदेव तोमर ने कहा कि शिलाई में पिछले 5 वर्षों में जो विकास कार्य और कार्यालय खोले गए थे उन सभी को धीरे-धीरे बंद कर दिया गया हिमाचल प्रदेश उद्योग मंत्री पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि मंत्री जी वो कोबरा है जो शिलाई के विकास कार्यों को डंस रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान यह वही मंत्री है जो कह रहे थे नगर क्षेत्र जनजातीय घोषित नहीं होता है तो वह अपने प्राण त्याग देंगे और आज वही मंत्री क्षेत्र को जनजाति घोषित नहीं किए जाने के लोगों को लाभ गिना रहे दर्शन यह परिवार शिलाई का कभी भी विकास नहीं चाहता था।
बता दें कि उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने अपनी एक सभा में पूर्व में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के उपाध्यक्ष रहे बलदेव तोमर को समाधि लीन बताया था । इसके अलावा लोगों को जनजातीय क्षेत्र घोषित नहीं होने के लाभ भी गिनाए थे।
इस मौके पर उनके साथ जगदीश तोमर, राजेंद्र नेगी, सुरेंद्र सिंह हिंदुस्तानी, टीटू नेगी आदि लोग मौजूद रहे।