पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिगत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कचरा निष्पादन का प्रबंधन सुव्यवस्थित ढंग से किया जाना अत्यंत जरूरी है। इस दिशा में समय-समय पर जिला के सभी विभागों को दिशा निर्देश जारी किये गये हैं। सभी सम्बन्धित विभाग अपने-अपने क्षेत्र में कचरे के निष्पादन के लिए अब तक उठाये गये पगों की ‘‘एक्शन टेकन रिपोर्ट’’ तुरंत प्रस्तुत करें।
उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने आज गुरूवार को नाहन में जिला पर्यावरण योजना-2023 की समीक्षा के सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही।
सुमित खिमटा ने साडा क्षेत्रों, नगर निकायों तथा ग्राम पंचायत स्तर पर कचरा, विशेषकर ठोस कचरा प्रबंधन की आवश्यकता पर बल देते हुए संबंधित अधिकारियों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने के निर्देश दिये। उन्होंने इस संबंध में व्यापक जागरूता उत्पन्न करने के लिये शहरी और ग्रामीण स्तर पर जागरूकता शिविरों के आयोजन पर बल दिया।
उपायुक्त ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं जायेगा। उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को सिंगल यूज प्लास्टिक तथा अन्य प्रतिबंधित प्लास्टिक सामान के विक्रय पर ठोस कार्रवाई करते हुए दोषियों के खिलाफ चालान करने के निर्देश दिए।
उन्होंने ठोस कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, इ-कचरा प्रबंधन, पानी की गुणवत्ता, मल निकासी प्रबंधन, मल निकास संयत्रों की स्थापना व रख रखाव, हवा की गुणवत्ताा का प्रबंधन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विभागों को प्रतिबद्धता के साथ कार्य करके व्यवहारिक तौर पर प्रगति करने के लिए कहा।
क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पवन शर्मा ने बैठक का संचालन करते हुए जिला पर्यावरण योजना सम्बन्धी विभिन्न विषयों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने सभी विभागों से प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए निर्धारित मापदंडों की अनुपालना के लिए आग्रह किया।
परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण अभिषेक मित्तल, जिला पंचायत अधिकारी विक्रम ठाकुर, जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. राजन सिंह, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक विजय हमलाल, अधिशासी अभियंता जल शक्ति जगबीर वर्मा, वन मंडल अधिकारी राम पाल, जिला उद्योग केन्द्र महाप्रबंधक साक्षी सत्ती के अलावा विभिन्न् विभागों के अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।