पांवटा साहिब में अवैध खनन करने के लिए पवित्र यमुना नदी की बहती धाराओं को मोड़ दिया गया है इसके प्रवाह को रोक कर इसमें पाइप डाल दी गई है जिसके कारण स्वच्छंद बहने वाली नदी और उसके जीव अंतिम सांसें गिन रहे हैं।
वैसे तो इस देश में नदियों को मां का स्थान दिया गया है लेकिन नदियों के किनारे रेत बजरी के दोहन के लिए इनका गला घोंटने से भी परहेज़ नहीं किया जाता । पांवटा साहिब के केदारपुर के नजदीक यमुना नदी में बड़े-बड़े सीमेंट के पाइप डालकर उसके ऊपर से रास्ता बना दिया गया है जिसके कारण नदी का प्रवाह खत्म हो गया है और यमुना नदी में पलने वाली सैंकडों प्रजातियां लुप्त हो गई है।
इतना ही नहीं यहां पर दिन में ही टमटमें लगाकर अवैध खनन किया जा रहा है स्थानीय ग्रामीणों द्वारा भेजे गए वीडियो में साफ दिख रहा है कि टमटमों से ट्रैक्टरों को भरा जा रहा है। बताया जा रहा है कि यहां पर कांग्रेस के एक बड़े कांग्रेसी नेता का क्रेशर है और उनके छत्रो छाया में ही इस अवैध पुल का निर्माण किया गया है। पूर्व विधायक कांग्रेसी नेता के क्रेशर पर यह खनन सामग्री पहुंचाई जा रही है
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश के 8 किलोमीटर से अधिक सीमा को यमुना नदी साथ बह कर लगती है इस यमुना नदी में 100 से अधिक प्रजातियां जीव जंतुओं की पाई जाती थी जो कि यमुना के पानी को साफ और पवित्र रखती है किंतु अब जिस तरह से प्रकृति के साथ छेड़छाड़ कर असंतुलित माहौल तैयार किया जा रहा है आने वाले समय में यमुना भी किताबें सीमट कर रह जाएगी।
बता देंगे किसी भी लीज और क्रेशर को लगाने से पहले कई नियमों और शर्तों को तय किया जाता है किंतु इन नियमों और शर्तों को पूरी तरह से दरकिनार कर काम हो रहा है।
वहीं अवैध खनन के चलते इन नदियों की न केवल धाराओं को मोड दिया गया बल्कि प्रवाह को भी रोक दिया गया जिसके कारण अब इस नदी में दर्जनों जीव जंतु प्रजातियां अपनी अंतिम सांसें गिन रही हैं।
वही इस बारे में पॉल्यूशन विभाग अधिकारी पवन शर्मा ने बताया कि उनके संज्ञान में नहीं है अगर यमुना नदी के बहाव को प्रभावित किया गया है तो ग़लत है उन्होंने कहा कि ये माईनिंग का मामला है माइनिंग अधिकारी ही इसमें आपको स्पष्ट तौर पर बता पाएंगे।
वही माइनिंग अधिकारी कुलभूषण ने बताया कि उनके संज्ञान में इस तरह का कोई भी मामला नहीं है वह अपने अधिकारियों को मौके पर भेजेंगे अगर इस तरह कोई अवैध पुल नदी को प्रभावित करने वाला बनाया गया है तो कानूनन कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।