हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट पर बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंधवी को हरा दिया हुआ है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में सुबह 9 बजे हुई वोटिंग में सबसे आखिर में चिंतपूर्णी से कांग्रेस विधायक सुदर्शन बबलू ने वोट डाला। बबलू बीमार थे, इसलिए हेलीकॉप्टर से विधानसभा लाया गया। सभी 68 विधायकों ने मतदान किया। कांग्रसे के 6 विधायकों ने बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन को वोट दिया। तीन निर्दलीय विधायकों ने भी बीजेपी के पक्ष में मतदान किया है।
हिमाचल में 34 वोट भाजपा को पड़े हुए है।वहीं 34 कांग्रेस को मिले हुए है। जिनमें भाजपा को निर्दलीय विधायकों के वोट भी मिले हुए है। इसके आलावा 6 कांग्रेस के विधायकों के वोट मिले हुए है। दोनों उम्मीदवारों को 34-34 वोट मिले है। जिसके बाद दोनों के बीच टॉस करवाया गया है। जिसमें भाजपा की जीत दर्ज हुई है।
कांग्रेस के 6 विधायक एकाएक गायब..
कांग्रेस के जिन विधायकों ने कांग्रेस का साथ नहीं दिया, उन विधायकों को भाजपा की ओर से चंड़ीगढ़ पहुंचा दिया गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीजेपी पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने हमारे 5-6 विधायकों को किडनैप कर लिया है। उन्हें सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस के कब्जे में हरियाणा ले जाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता मतगणना अधिकारियों को धमका रहे हैं।
गौरतलब हो कि राज्यसभा चुनाव के बीच हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल तेज है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि कांग्रेस के 6 विधायकों को किडनैप कर लिया गया है और उन्हें CRPF बसों के जरिए पंचकुला पहुंचाया गया है।
सीएम सुक्खू ने आरोप लगाया कि बीजेपी अपने साथ निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा, होशियार सिंह और केएल ठाकुर को ले गई है। इसके अलावा कांग्रेस के विधायक देवेंद्र भुट्टो, सुधीर शर्मा, राजेंद्र राणा, चैतन्य शर्मा, आईडी लखनपाल और रवि ठाकुर भी भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में हैं।
बीजेपी ने इन्हें पूर्व उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर और राकेश जामवाल के साथ पंचकूला पहुंचा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उनके पास सीआरपीएफ की बस की तस्वीर भी मौजूद है।