प्रदेश में चार अप्रैल से किसानों से गेहूं की खरीद शुरू हो जाएगी। राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा किसानों से गेहंू की फसल की खरीद की जाएगी। विभाग द्वारा दस हजार मीट्रिक टन गेहूं की फसल खरीदने का लक्षय तय किया है। प्रदेश में किसानों से गेहूं की फसल की खरीद करने के लिए दस गेहूं खरीद केंद्र बनाए हैं। चार अप्रैल से केंद्रों में गेहंू की खरीद शुरू हो जाएगी। गेहूं की खरीद प्रदेश में दस मंडियां बनाई गई हैं, जिसमें अनाज मंडी फतेहपुर, मीलवां, इंदौरा, रियाली, नगरोटा वगवां/ टांडा खोली जिला कांगड़ा, धौलाकुआं, पावंटा साहिब जिला सिरमौर, मार्केट यार्ड नालागढ़, मलपुर बद्दी जिला सोलन तथा मार्केट यार्ड टकारला, रामपुर जिला ऊना शामिल है। इस मंडियों के माध्यम से किसानों से गेहूं फसल की जाएगी। प्रदेश में किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। किसानों को पर जाकर अपनी फसल का ब्यौरा भरने के बाद किसानों का गेहूं की फसल बेचेने के लिए पंजीकरण करना होगा।
पंजीकरण के लिए 15 मार्च से से पोर्टल खोल दिया गया है।
प्रदेश के किसान खाद्य आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के बाद किसानों को गेहंू की फसल बेचने के लिए टोकन नंबर और तिथि बताई जाएगी। पोर्टल पर बताई तिथि के अनुसार किसान गेहंू खीरद केंद्र में जाकर टोकन नंबर के साथ अपनी फसल बेच पाएंगे। एक मोबाइल नंबर पर एक ही पंजीकरण संभव है। प्रदेश के किसान विभाग के इस पोर्टल पर किसी साइबर कैफे या लोकमित्र केंद्र पर जाकर मोबाइल फोन पर पोर्टल पर पंजीकरण करवा सकते हैं। किसानों को पंजीकरण करवाने के लिए आधार, बैंक खाता, फसल एवं भूमि सहित अन्य जानकारी अपलोड करनी होगी।
पहली अप्रैल से खुलेंगे पंजीकरण के लिए पोर्टल
खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के निदेशक राम कुमार गौतम का कहना है कि प्रदेश के केंद्रों में चार अप्रैल से किसानों से गेहंू की फसल की खरीद शुरू कर दी जाएगी। फसल बेचने के लिए पंजीकरण करवाने को 15 मार्च से पोर्टल खोल दिया है। विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करवाने किसानों को टोकन नंबर और फसल बेचने की तिथि बताई जाएगी।