पावटा साहिब में शराब ठेकेदार कर व आबकारी विभाग की मिलीभगत से नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है चुनाव आचार संहिता लागू होने के बावजूद विभाग शराब ठेकेदार के साथ मिलकर सरकार को करोड रुपए का चूना लगाने में लगे हैं बताया जा रहा है कि विभाग को शराब ठेकेदार द्वारा 6% की एफडीआर जमा करवानी थी परंतु विभाग को अभी तक शराब ठेकेदार ने वह एफडीआर विभाग के पास जमा नहीं करवाई है वही एक महीना से अधिक भी जाने के बावजूद अभी तक दुकानों पर रेट लिस्ट नहीं लगाई गई है
शराब पीने वालों के अनुसार अभी तक शराब के ठेको पर अंग्रेजी शराब के पूरे ब्रांड भी उपलब्ध नहीं कराए गए हैं इसके अलावा लोगों का आरोप है कि शराब के ठेको मे भी स्टॉक की भारी गड़बड़ है तथा विभाग द्वारा इसके लिए भी कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की जा रही है मिली सूत्रों के अनुसार शराब ठेकेदार एक बड़े राजनीति का करीबी बताया जा रहा है वही इस विषय में जिला कर व आबकारी विभाग के आयुक्त हिमांशु ने बताया की शराब ठेकेदार द्वारा अभी तक 6% की एफडीआर जमा नहीं करवाई गई है जिसके लिए शराब ठेकेदार को नोटिस जारी किया जायेगा यदि शराब ठेकेदार 6% की एफडीआर जमा करवाने में असफल साबित होता है तो उसका लाइसेंस कैंसल कर दिया जाएगा