चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना रनौत को CISF महिला कॉन्स्टेबल ने मारा थप्पड़

कंगना रनौत ने हाल ही में मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीता है. कंगना दिल्ली में बीजेपी की बैठक में हिस्सा लेने के लिए एयरपोर्ट पहुंची थी.

कंगना रनोट को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर थप्पड़ मारने वाली CISF की महिला कॉन्स्टेबल का एक वीडियो सामने आया है। इसमें आरोपी कह रही है, ‘कंगना ने कहा था कि 100-100 रुपए की खातिर लोग किसान आंदोलन में बैठ रहे हैं। जब उसने यह बयान दिया तो मेरी मां भी वहां बैठी थी।’

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फिल्म अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के साथ गुरुवार दोपहर चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर बदसलूकी का एक मामला सामने आया है. कंगना को सीआईएसएफ (CISF) की एक महिला कॉन्स्टेबल ने थप्पड़ मार दिया. वह जब दिल्ली जाने के लिए बोर्डिंग से पहले सुरक्षा जांच के लिए खड़ी थीं, उसी दौरान यह घटना घटी.

कंगना जब चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर पहुंची थीं, उसी दौरान उनसे साथ बदसलूकी की यह घटना हुई. बोर्डिंग से पहले उनकी तलाशी चल रही थी. कंगना किसानों के मुद्दे पर कुछ बात कर रही थीं, जिससे सीआईएसएफ की जवान उत्तेजित हो गई और उसने उन्हें थप्पड़ मार दिया.

कंगना ने 2 साल पहले कहा था- किसान आंदोलन में महिलाएं 100 रुपए में शामिल होती हैं

कंगना ने किसान आंदोलन को लेकर एक पोस्ट पर कमेंट किया था। इसमें एक बुजुर्ग महिला की फोटो थी। एक्ट्रेस ने लिखा, ‘हाहाहा, ये वही दादी है, जिसे टाइम मैग्जीन में भारत की पावरफुल महिला होने पर फीचर किया गया था। वो 100 रुपए में उपलब्ध है। पाकिस्तानी जर्नलिस्ट ने भारत के लिए इंटरनेशनल पीआर को हाईजैक कर लिया है, जो शर्मिंदगी भरा रास्ता है। हमें इंटरनेशनली बोलने के लिए अपने लोगों की जरुरत है।

कंगना का बयान सामने आने के बाद दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के चीफ मजिंदर सिंह सिरसा ने कंगना को एक लीगल नोटिस भेजकर माफी की मांग की थी।

आंदोलनकारियों की तुलना ‘खालिस्तानी’ आतंकियों से की थी
कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। भले उन्होंने इस देश को कितनी भी पीड़ा दी हो, लेकिन उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी आज भी उनके नाम से कांपते हैं, इनको वैसा ही गुरू चाहिए।’

कंगना ने किसान आंदोलन को लेकर कई ट्वीट किए थे। इसकी वजह से उनकी पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ के साथ सोशल मीडिया पर तीखी बहस भी हो गई थी। शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने कंगना के खिलाफ केस भी दर्ज कराया था।

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