हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब स्थित शराब फैक्ट्री से 60 लाख रुपए से अधिक की शराब तस्करी की जा रही थी ? यह शराब बिहार राज्य को सप्लाई की जा रही थी। इस दौरान शराब से भरा ट्रक पानीपत पुलिस ने हिरासत में लिया है।
पांवटा साहिब के नारीवाला स्थित Yamuna Bererages शराब कंपनी सवालों के घेरे में आ गई है यूपी नंबर का ट्रक 24 जुलाई को रात तकरीबन 9:00 बजे 60 लाख रुपए की शराब लेकर भूटान के लिए निकलता है और भूटान के बजाय यह ट्रक 25 जुलाई को पानीपत पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया जाता है।
हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब स्थित शराब फैक्ट्री से 60 लाख रुपए से अधिक की शराब तस्करी की जा रही थी ? यह शराब बिहार राज्य को सप्लाई की जा रही थी। इस दौरान शराब से भरा ट्रक पानीपत पुलिस ने हिरासत में लिया है।
पांवटा साहिब के नारीवाला स्थित Yamuna Bererages शराब कंपनी सवालों के घेरे में आ गई है यूपी नंबर का ट्रक 24 जुलाई को रात तकरीबन 9:00 बजे 60 लाख रुपए की शराब लेकर भूटान के लिए निकलता है और भूटान के बजाय यह ट्रक 25 जुलाई को पानीपत पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया जाता है।
इस बारे में जानकारी देते हुए CIA 3 इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने मीडिया को बताया कि 25 जुलाई वीरवार देर रात उनकी टीम चौटाला रोड पर गश्त कर रही थी इस दौरान उन्हें सूचना मिली के एक यूपी नंबर का ट्रक गौशाला रोड के पास खड़ा है जिसमें लाखों रुपए की शराब बिहार राज्य में तस्करी की जा रही है इसके बाद पुलिस ने रेड की और ट्रक सहित दो लोगों को हिरासत में ले लिया यह दोनों ही बिहार राज्य के रहने वाले हैं।
वहीं पुलिस ने बताया कि शुरुआती दौर में ट्रक ड्राइवर और परिचालक से शराब के कोई भी दस्तावेज बरामद नहीं हुए हैं।
शराब को छिपाने के लिए ट्रक को चूना पत्थर के पाउडर की बोरियों से ढका गया था। कुल 970 पेटियां बरामद की गईं, जिनमें 200 पेटियों में 9,600 क्वार्टर बोतलें, 390 पेटियों में 9,360 हाफ बोतलें और 380 पेटियों में 4,560 बोतल शराब शामिल हैं, जिन पर ब्लैक टाइगर ब्रांड का निशान है। इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने आगे बताया कि आरोपियों ने खुलासा किया कि वैशाली के एक निवासी ने उन्हें शराब लाने के लिए पांवटा साहिब भेजा था। उसने उन्हें इस काम के लिए 10-10 हजार रुपये दिए थे। सेक्टर 29 पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी सुभाष चंद्र ने बताया कि उन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
विभाग और कंपनी की मिली भगत के आरोप…
उधर आरोप लग रहे हैं कि एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग की मिली भगत से 60 लाख रुपए से अधिक की शराब बिहार में तस्करी की जा रही थी आरोप हैं कि नारीवाला स्थित Yamuna Bererages PVT. Ltd. द्वारा 1000 पेटी अंग्रेजी शराब मार्का Black Tiger Delvxe Whisky कंपनी की इस तस्करी में संलिप्ता नजर आ रही है आप है कि पानीपत पुलिस को शराब ट्रक ले जा रहे चालक और परिचालक से किसी भी तरह के कोई शराब के कागज बरामद नहीं हुए हैं।
विभाग और कंपनी पर खड़े हुए सवाल…
बताया जा रहा है कि 24 जुलाई को रात 10:00 बजे के बाद ट्रक का जीपीएस बंद हो गया था यह भी कहा जा रहा है कि कंपनी का ट्रक ड्राइवर से भी कांटेक्ट नहीं हो पा रहा था ऐसे में कंपनी और विभाग को शराब से लदे ट्रक की कंप्लेंट तुरंत पुलिस को करनी चाहिए थी जो कि नहीं की गई बल्कि दो दिन बाद 26 जुलाई को शराब कंपनी द्वारा आनन फानन में पांवटा साहिब के पूरूवाला थाना में शिकायत दर्ज करवाई गई है । जबकि 25 जुलाई को देर रात इस ट्रक को पानीपत पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया था।
बता दे की बिहार में शराब पूरी तरह से बना है वहां पर 60 लाख का यह ट्रक एक करोड़ से भी अधिक का बेचा जाना था लेकिन रास्ते में पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया और पांवटा साहिब से हो रही कथित तस्करी कभी खुलासा हो गया।
उधर इस बारे में जब एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर हिमांशु से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके संज्ञान में मामला आया है पानीपत पुलिस से संपर्क कर फिर कॉपी और अन्य कागजात मांगे जा रहे हैं उन्होंने कहा कि 24 जुलाई को सभी फॉर्मेलिटी पूरी कर विभाग और कंपनी ने यह ट्रक रवाना किया था उसके बाद कंपनी का दायित्व बनता था कि अगर ट्रक से संपर्क नहीं हो पा रहा है तो तुरंत विभाग और पुलिस को शिकायत करती। अगर शराब कंपनी की इस पूरे मामले में शक के दायरे में है सबूत मिलते ही सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
गौरतलब है कि यमुना बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पहले भी विवादों में रही है तथा इसको विभाग द्वारा पहले भी बंद करवा दिया गया था तथा पहले भी यहां से अवैध शराब तस्करी की शिकायतें पुलिस के पास पहुंची है तथा एक बार पुलिस ने पहले भी शराब की भरी हुई गाड़ी को जप्त किया था सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग की कार्रवाई में सामने आया था कि इसी कंपनी तथा आबकारी विभाग का प्रावधान विभाग की मिली भगत से यहां से शराब तस्करी की जा रही है परंतु बाद में यह मामला दब गया कुछ साल फैक्ट्री बंद होने के बाद अब दोबारा यह फैक्ट्री शुरू की गई है तथा दोबारा विवादों में आ गई है अब देखना होगा कि फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ क्या कड़ी कार्रवाई होगी और विभाग के अधिकारियों के खिलाफ सरकार क्या एक्शन लेगी