पावटा साहिब : श्री सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में ऑपरेशन कर 60 वर्षीय महिला की अंडेदानी से निकाली 12 किलो की रसौली

शहर के नामी श्री सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में सुरेश देवी उम्र 60 निवासी शमशेरपुर का ऑपरेशन कर अंडेदानी में से लगभग 12 किलो की रसौली निकाली है महिला पिछले चार साल से पीड़ित थी और वजन भी महज 49 किलो रह गया था महिला मुलाना व नाहन मेडिकल कॉलेज में भर्ती रही परंतु सही इलाज नहीं हो सका तथा महिला का पेट फूल रहा था व महिला को सांस लेने भी परेशानी होने लगी थी और रसौली ने अन्य अंगों को भी अपनी जकड़ में ले लिया था जिसके बाद गत दिवस परिजन महिला को सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में में लेकर आए महिला का अब सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में आयुष्मान योजना के तहत इलाज हुआ है और महिला स्वास्थ्य लाभ ले रही है

गौरतलब है की सिद्धिविनायक हॉस्पिटल शहर का नमीऔर बेहतरीन हॉस्पिटल है तथा सिविल सर्जन डाक्टर शरद गुप्ता ने पहले भी कई जटिल ऑपरेशन कर कई बड़ी रसौली निकाली है परंतु आज सुबह जब उन्होंने महिला का ऑपरेशन किया तो उस वक्त वह खुद हैरान रह गए जब उन्होंने महिला की बच्चेदानी से निकली रसौली का वजन किया तो 12 किलो निकला ऑपरेशन करने वाली टीम में सर्जन डाक्टर शरद गुप्ता , गायनी स्पेशलिस्ट डॉक्टर शिल्पी गुप्ता एनिस्थिया डॉक्टर सी बी वर्मा और स्टाफ से धर्मपाल , संजू राणा , महिपाल, संजय , रजस अली , शाहिदा आदि शामिल थे

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शहर के नामी श्री सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में सुरेश देवी उम्र 60 निवासी शमशेरपुर का ऑपरेशन कर अंडेदानी में से लगभग 12 किलो की रसौली निकाली है महिला पिछले चार साल से पीड़ित थी और वजन भी महज 49 किलो रह गया था महिला मुलाना व नाहन मेडिकल कॉलेज में भर्ती रही परंतु सही इलाज नहीं हो सका तथा महिला का पेट फूल रहा था व महिला को सांस लेने भी परेशानी होने लगी थी और रसौली ने अन्य अंगों को भी अपनी जकड़ में ले लिया था जिसके बाद गत दिवस परिजन महिला को सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में में लेकर आए महिला का अब सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में आयुष्मान योजना के तहत इलाज हुआ है और महिला स्वास्थ्य लाभ ले रही है

गौरतलब है की सिद्धिविनायक हॉस्पिटल शहर का नमीऔर बेहतरीन हॉस्पिटल है तथा सिविल सर्जन डाक्टर शरद गुप्ता ने पहले भी कई जटिल ऑपरेशन कर कई बड़ी रसौली निकाली है परंतु आज सुबह जब उन्होंने महिला का ऑपरेशन किया तो उस वक्त वह खुद हैरान रह गए जब उन्होंने महिला की बच्चेदानी से निकली रसौली का वजन किया तो 12 किलो निकला ऑपरेशन करने वाली टीम में सर्जन डाक्टर शरद गुप्ता , गायनी स्पेशलिस्ट डॉक्टर शिल्पी गुप्ता एनिस्थिया डॉक्टर सी बी वर्मा और स्टाफ से धर्मपाल , संजू राणा , महिपाल, संजय , रजस अली , शाहिदा आदि शामिल थे

जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डाक्टर शरद गुप्ता ने बताया की श्री सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में ऑर्थो स्पेशलिस्ट मेडिसिन स्पेशलिस्ट आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर उपलब्ध है इससे अलावा अस्पताल में अल्ट्रासाउंड एक्सप्रेस सीटी स्कैन पैथोलॉजी लैब और मेडिकल स्टोर की भी सुविधा उपलब्ध है इसके अलावा अस्पताल में 24/7 इमरजेंसी सुविधा भी उपलब्ध है

गर्भाशय-में-रसौली-कारण-लक्षण-और-उपचार

क्या आप जानना चाहेंगे कि गर्भाशय में रसौली क्या है और इसके कारण, लक्षण और उपचार क्या हैं? यदि हाँ, तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं। इस लेख में, हम आपको रसौली के बारे में विस्तार से बताएंगे।

चलिए, हम पहले रसौली के कारणों पर ध्यान देते हैं। यहाँ नीचे कुछ मुख्य कारण दिए गए हैं:

रसौली के कारण:
हार्मोनल असंतुलन: कई मामलों में, रसौली गर्भाशय के अंदर हार्मोनल असंतुलन के कारण विकसित होती है।
गर्भाशय की संरचना में बदलाव: कभी-कभी गर्भाशय की संरचना में परिवर्तन होने से रसौली बन सकती है।
थकान और तनाव: दिनचर्या में अधिक थकान और तनाव रसौली के विकास का कारण बन सकते हैं।
संक्रमण: कई बार गर्भाशय में संक्रमण होने से रसौली विकसित हो सकती है।
आयु: बढ़ती उम्र के साथ, महिलाओं में रसौली के होने की संभावना बढ़ जाती है।
ये थे कुछ प्रमुख कारण, लेकिन रसौली के अन्य कारण भी हो सकते हैं। अगर आपको रसौली के संकेत मिलते हैं, तो इसे समय रहते चिकित्सा विशेषज्ञ से जांचवाना बेहद आवश्यक है।

रसौली के लक्षण:
रसौली के होने पर निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं:

गर्भाशय क्षेत्र में दर्द या दबाव की अनुभूति
मासिक धर्म के अनियमितता
बार-बार पेशाब आना
गर्भाशय क्षेत्र में सूजन
पेट में भारीपन या दबाव की अनुभूति
यदि आपको इन लक्षणों में से कुछ भी अनुभव हो रहा है, तो आपको एक गर्भावस्था विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।

रसौली के उपचार:
रसौली के उपचार के विषय में आपको आपके विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। उपचार का चयन आपकी स्थिति के आधार पर किया जाएगा। यहाँ कुछ सामान्य उपचार दिए गए हैं:

दवाइयाँ: डॉक्टर आपको दवाओं की सलाह देंगे जो रसौली को कम करने और इसके लक्षणों को नष्ट करने में मदद करेंगी।

सर्जरी: कई मामलों में, रसौली को हटाने के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। यह आपके मामले पर निर्भर करेगा।

आईवीएफ़: कई बार, रसौली के कारण प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है। इस स्थिति में, आईवीएफ़ (इन विट्रो गर्भाधान) तकनीक का उपयोग किया जा सकता है।

नियमित जांच: रसौली के मामले में नियमित चिकित्सा जांच और अनुवादन का महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इससे संभावित समस्याओं का पता चलता है और उचित उपचार किया जा सकता है।

यदि आपको रसौली के संबंध में अधिक जानकारी चाहिए या आपको चिकित्सा सलाह की आवश्यकता है, तो आप भारत सिधिविनायक हॉस्पिटल के विशेषज्ञ डॉक्टर्स से संपर्क कर सकते हैं। वे आपकी मदद करेंगे और आपके सभी प्रश्नों का समाधान करेंगे।

निष्कर्ष (Conclusion)
गर्भाशय में रसौली एक सामान्य स्त्री स्वास्थ्य समस्या है जो प्रजनन क्षमता पर प्रभाव डाल सकती है। इसलिए, यदि आपको इस समस्या के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो आपको एक चिकित्सा विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। भारत आईवीएफ़ फर्टिलिटी में हमारे विशेषज्ञ डॉक्टर्स आपकी मदद करेंगे और आपके सभी प्रश्नों का समाधान करेंगे। जब तक आप इस समस्या का उपचार करवा रहे हैं, आपको नियमित चिकित्सा जांच और उपयुक्त उपचार पर ध्यान देना चाहिए।

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