पांवटा साहिब में बंदरों के आतंक से शहरवासी दहशत में हैं। दिन- प्रतिदिन लोगों पर खुंखार बंदर हमले कर रहे हैं। वहीं सिविल अस्पताल में एंटी रैबीज के टीके भी नहीं मिल रहे हैं। पांवटा साहिब में बंदरों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिसका नुकसान बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को भुगतना पड़ रहा है। शहर में हर रोज बंदर लोगों पर हमला कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पांवटा साहिब के वार्ड नंबर आठ पर एक व्यक्ति अपने घर की छत पर घूम रहा था तो अचानक बंदरों ने उस पर हमला कर दिया जिससे वह घायल हो गया। आजकल शाम के समय मौसम अच्छा होता है ऐसे में अधिकतर लोग शाम के समय छतपर घूमने चले जाते हैं। बदरों ने इतना आतंक पांवटा शहर में मचाया है कि लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। बता दें कि इससे पहले भी कई बार बंदरों द्वारा लोगों पर हमला किया गया है जिसमें कई लोग घायल भी हुए हैं। बंदरों की तादात इतनी ज्यादा होती है कि लोगों को डरकर भागना पड़ता है।
पांवटा साहिब के वार्ड नंबर पांच, छह, सात, आठ, वार्डनंबर 12 व वार्ड नंबर 13 के लोगों ने प्रशासन से जल्द ही इन बंदरों से निजात दिलाने के लिए अपील की है। बंदरों को लेकर वार्ड नंबर आठ में रहने वाले वाले निवासियों ने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प में शिकायत संख्या 1062660 दर्ज करवाई है। वहीं लोगों ने कहा कि उन्होंने शिकायत में कहा कि सिनेमा गली वार्ड नंबर आठ पांवटा साहिब में बंदरों के बढ़ते आतंक को खत्म
करने में प्रशासन पूरी तरह से विफल है। उन्होंने कहा कि निवासी खतरे में हैं और ठोस कदम उठाने के वजाय अधिकारियों ने स्थिति से आंखें मूंद ली हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि वन कर्मियों ने घर के पास एक पिंजरा तो लगा दिया परंतु उसे लोगों को खुद ही ऑपरेट करने को कहा। लोगों ने कहा कि या तो बंदरों को पकड़कर स्थानांतरित करें या खतरे को पूरी तरह खत्म करें। उधर, इस बारे में डीएफओ पांवटा ऐश्वर्य राज ने बताया कि बंदरों को पकड़ने के लिए क्षेत्र में मोंकी कैच टीम लगाई जाएगी जिसके निर्देश उन्होंने वहां के वन विभाग के कर्मचारियों को दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग की ओर से बंदरों को पकड़ने के लिए पिंजरे भी लगाए जा रहे हैं।p