(जसवीर सिंह हंस) पांवटा साहिब में खनन माफिया का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। जिले में खनन माफिया इस कदर बढ़ गया है कि अपने मुनाफे के लिए माफिया के लोग यमुना के पास वन विभाग की और सरकारी जमीनों पर भी खनन करने में लग गये है । पाबंदी के बावजूद यमुना नदी में स्टोन क्रेशर खनन माफिया बिना किसी रोक टोक खनन करने में मशगूल है।
पांवटा साहिब के रामपुरघाट में स्टोन क्रेशर खनन माफिया ने किसानो कि जमीनों में जे सी बी लगाकर गहरे खड्डे खोद दिए है | पुलिस प्रशासन को शिकायत करने के बावजूद भी कोई कारेवाही नहीं होती देख रामपुरघाट पंचायत के किसान ने हाई कोर्ट में केस दायर किया है | हाईकोर्ट ने सिरमौर के माइनिंग ऑफिसर को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया तथा मोके पर जाकर जाँच करने तथा अवेध खनन रोकने के आदेश दिए है |
सूत्रों के मुताबिक कुछ लोग खनन के काम में जुट गये है है अधिकारी इनके खिलाफ कड़ी कारेवाही करने से गुरेज कर रहे है | अब देखना है की खनन को मुद्दा बनाने वाली प्रदेश सरकार अपने अधिकारियों को क्या निर्देश देती है | कुछ भाजपाई तो धरती का सीना छलनी करने के लिए क्रेशर लगाने में मशलुग है वही शोर मचाने वाले व मोजुदा विधायक सुखराम चौधरी के मुह पर अब ताला लग गया है |
इस पर लगाम लगाने पर भी पुलिस व् अन्य विभाग कमजोर दिख रही है। अब तो स्टोन क्रेशर खनन माफिया पुलिस व प्रशासन पर भारी दिख रहा है। खनन विभाग भी मात्र दो चार चालान काट कर अपने काम को अंजाम दे रहा है। स्टोन क्रेशर खनन माफिया के लोग रात के समय टिप्परों और ट्रैक्टर ट्रालियों के जरिए रेत और बजरी की सप्लाई करते हैं । खनन माफिया दिन रात इस अवैध धंधे को अंजाम दे रहा है।
खड्डों को खाली कर माफिया का रेत, बजरी निकालने का कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। माफियाओं का अवैध कारोबार इस कद्र बढ़ रहा हैं है कि अब प्रशासन भी अपना शिंकजा कसने में कमजोर दिख रहा है ।स्टोन क्रेशर खनन माफिया के लोगों को पुलिस प्रशासन का डर होता प्रतीत नहीं दिख रहा है इतना ही नहीं खड्डों को खाली कर खनन माफिया के लोग रेत बजरी को अधिक रेट में बेचकर अधिक मुनाफा कमा रहे हैं।