उपायुक्त कार्यालय के सभागार में आज उपायुक्त सिरमौर सुमित खिम्टा की अध्यक्षता में आज बैठक का आयोजन किया गया जिसमें 09 दिसम्बर से 11 दिसम्बर तक नाहन चौगान में आयोजित होने वाले पहले हिमाचल प्रदेश अंतरराष्ट्रीय ट्रेड एक्सपो मेले की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई।
बैठक में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम के सहायक निदेशक ए. के. गौतम ने जानकारी देते हुए बताया कि पीएचडीसीसीआई हिमाचल प्रदेश राज्य में एमएसएमई के प्रचार और विकास के लिए काम कर रहा है और एमएसई को विपणन मंच प्रदान करने के लिए सूक्ष्म, लधु और मध्यम उद्यम डीएफओ सोलन भारत सरकार के सहयोग से इस मेले का आयोजन किया जा रहा है। उन्होने बताया कि एमएसएमई फलैगशिप योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देना है।
उन्होंने बताया कि मेले में भाग के लिए 80 हजार रूपये अधिकतम की वित्तीय सहायता की प्रतिपूर्ति योजना के अनुसार सामान्य श्रेणी के इकाइयों के लिए भुगतान किए गए निर्मित स्थान के किराये पर 80 प्रतिशत और एससी,एसटी,महिला, एनईआर,पीएच, जिला इकाइयों के लिए 100 प्रतिशत सब्सिडी है। यह सब्सिडी एमएसई के आयोजनों के न्यूनतम स्टॉल वाली इकाइयों के लिए लागू है। इसके अलावा इकाइयों की सभी श्रेणियों के लिए 100 प्रतिशत आकस्मिक व्यय अधिकतम 25 हजार या वास्तविक जो भी कम हो दिया जाएगा।
उपायुक्त ने जिला ग्रामीण विकास अभिकरण विभाग को निर्देश दिए कि इस मेले में विभिन्न स्वयं सहायता समूहों, महिला मण्ड़लों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों के स्टॉल स्थापित किए जाऐ। इसके अलावा उन्होंने कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, बागवानी तथा अन्य विभागों को भी मेले के दौरान अपने-अपने स्टॉल स्थापित करने के निर्देश दिए।इस अवसर पर निदेशक पीएचडीसीसीआई अनिल कुमार सौंखला, एडीएम नाहन एल आर वर्मा, सहायक आयुक्त नाहन विवेक शर्मा, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र साक्षी सत्ती,सदस्य सचिव रचित शर्मा उपस्थित थे।