हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में बैंक से लोन लेना एक युवक को काफी भारी पड़ गया बैंक द्वारा इतना अधिक प्रताड़ित किया गया कि उसने आत्महत्या करने तक की सोच ली।
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया से करण ने 30 लाख रुपए का लोन लिया था। पेशे से करण आर्किटेक्चर है और आधी से अधिक किश्त समय पर अपने बैंक लोन की जमा भी करवा रहे थे लेकिन लगातार बैंक की ओर से आ रहे प्रेशर के कारण करण ने जान देने तक की सोच ली।
बता दें कि पांवटा साहिब के युवा आर्किटेक्ट करण चौहान की गुमशुदगी की घटना ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी। मामला उस समय और गंभीर हो गया जब करण ने Social Media पर वीडियो पोस्ट किया जिसमें उसने बताया कि वह बैंक लोन की वजह से Depression में आकर आत्महत्या करने का फैसला कर रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, करण के माता-पिता ने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस भी करण की तलाश में जुट गई थी, लेकिन उसका फोन switch off आ रहा था। मां-बाप को डर था कि वह कोई गलत कदम न उठा ले। इस बीच करण को देर रात करीब 1 से 2 बजे के बीच मां-बाप और परिवार द्वारा ढूंढ निकाला गया। करण को पड़ोसी राज्य Uttarakhand के देहरादून के पास से सुरक्षित बरामद किया गया। पहले उसकी कार लोकेट की गई और उसके बाद परिवार करण तक पहुंचा। बरामदगी के तुरंत बाद करण को अस्पताल ले जाया गया।
वायरल वीडियो में करण ने खुलासा किया था कि उसने State Bank of India से 30 लाख रुपए का लोन लिया था। करण ने कहा था कि वह 51 हजार रुपए की मासिक किस्त में 41 हजार रुपए जमा कर रहा था, फिर भी उसके खाते को एनपीए (NPA) घोषित कर दिया गया। साथ ही उसकी प्रॉपर्टी को नीलाम करने की कोशिश की जा रही थी।
उधर पांवटा पुलिस शिकायत और पोस्ट किए गए वीडियो की जांच शुरू कर दी है। Police जानकारी अनुसार करण ने बैंक से लोन लिया था और नुकसान की वजह से वह उसकी किस्त नहीं चुका पा रहा था। इस घटना ने मानसिक स्वास्थ्य और वित्तीय दबाव के चलते उसने ऐसा गंभीर कदम उठाया है ।