आरोपी नीरज भाटिया उसके परिवार और विदित फार्मा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जम्मू इकाई ने शिकंजा कस लिया है धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के तहत आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है इस विषय में सिरमौर के जिलाधीश को एक पत्र लिखकर आरोपी उसके परिवार तथा विधित फार्मा की प्रॉपर्टी की जांच की जा रही है इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट द्वारा प्रॉपर्टी की जांच के लिए जो पत्र सिरमौर के जिलाधीश को लिखा गया है उसमें तहसीलदार पांवटा साहिब ऋषभ शर्मा को आरोपियों की सभी प्रॉपर्टी की जांच के आदेश दे दिए गए हैं
नीरज भाटिया सिरमौर ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन का अध्यक्ष भी है यही नहीं पोंटा साहिब के चेंबर ऑफ कॉमर्स को भी यह लाखों रुपए देता है जिसके लिए भी जांच की मांग की गई है बता दे कि जम्मू कश्मीर, हिमाचल और दिल्ली में कोडीन बेस सीरप तस्करी का गिरोह करीब 7 साल से कार्य कर रहा था, जिसमें अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। इनसे 34 किलो कोडीन बेस सीरप बरामद किया जा चुका है। कई आरोपियों को जमानत मिल चुकी है जिनके जमानत खारिज करवाने के लिए एनसीबी जम्मू इकाई हाई कोर्ट में अपील कर चुकी है
वहीं, विदित हेल्थकेयर उचित दस्तावेज सत्यापन और जमीन पर उनकी उपस्थिति के बिना प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए शेल कंपनियों को कोडीन आधारित सीरप की आपूर्ति कर रहा था। जांच के दौरान पाया गया कि जनवरी 2024 से विदित हेल्थकेयर ने जांच के तहत एक फर्जी फर्म को तीन लाख COCREX कोडीन आधारित सीरप की आपूर्ति की थी।
इससे पहले भी वह औसतन 3 लाख बोतलें तिमाही यानी 12 लाख बोतलें सालाना आपूर्ति करता था। वहीं, इस मामले में संलिप्त वित्तीय जांच के दौरान एजेंसी ने आरोपियों की 3.65 करोड़ रुपए की अवैध रूप से अर्जित विभिन्न चल और अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया है।
यह कि एनसीबी, जम्मू, केस अप राध संख्या 02/2024 दिनांक 14.01.2024 मामले में आरोपी नीरज भाटिया गिरफ्तार हुआ था तथा इस मामले में आरोपी को स्पेशल जज एन डी पी एस कोर्ट जम्मू से दिनांक 26/09/2024 को जमानत मिल गई थी इस मामले में 33.980 किलोग्राम कोडीन बेस कफ सिरप, अल्प्राजोलम की 900 गोलियां, ट्रामाडोल के 56 कैप्सूल, लोराज़ेपम की 210 गोलियां, क्लोबज़म की 570 गोलियां और भारतीय मुद्रा 15,03,750/-(पंद्रह लाख तीन हजार सात सौ पचास मात्र) बरामद किए गए थे।
वही आरोपी और कांग्रेसी नेता उद्योगपतियों का दलाल अवनीत सिंह लांबा के खिलाफ भी एनसीबी और ईडी सहित विभिन्न केंद्रीय की और राज्य की एजेंसियों को शिकायतें भेजी गई है जिसमें कहा गया है कि आरोपी नीरज भाटिया की एक और कंपनी है जो 3 बी हेल्थ केयर के नाम से है और पांवटा साहिब के रामपुर घाट में स्थित है यहां अवैध रूप से कोडीन कफ सिरप बनाकर अवैध रूप से सप्लाई किया जा रहा है और नशा तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है पहले भी कई जगह इस कंपनी में बने हुए कोडिंग कफ सिरप को अवैध रूप से तस्करी करते हुए पकड़ा गया है परंतु राजनीतिक पहुंच के चलते कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हो सकी है
यह की विधित फार्मा कंपनी किशनपुरा पांवटा साहिब में तीन लोग मुख्य मालिकाना हक रखते हैं। जिनमें नीरज भाटिया, नवीन भाटिया, और अवनीत सिंह लांबा हैं। जमीनी दस्तावेज इंतकाल नंबर (1714) 149/219 इस बात को साबित करता है । यह कि पिछले कई वर्षों से अवनीत सिंह लांबा जो कि विदित फार्मा कंपनी किशनपुरा केवल पार्टनर है बल्कि उक्त कंपनी का ब्लैक मनी भी इन्वेस्ट करते हैं। यह की अवनीश सिंह लांबा ने विदित फार्मा कंपनी किशनपुरा का करोड़ों रुपया इन्वेस्ट किया है जिसमें तुरंत जांच की आवश्यकता है।
यह की अवनीत सिंह लांबा ने विदित फार्मा कंपनी किशनपुरा के करोड़ों रुपए अपने सेलिब्रेशन रिजॉर्ट और ढिशुम सिनेमा में भी इन्वेस्ट किए हैं। अवनीत सिंह लांबा ने नीरज भाटिया की 3b हेल्थ केयर फार्मा कंपनी, मतरालियों, पांवटा साहिब की एक ट्रस्ट बनाकर ढिशुम सिनेमा हॉल को उसके अंतर्गत रखा गया है, दरअसल ढिशुम सिनेमा हॉल में तकरीबन 12 करोड रुपए की इन्वेस्टमेंट विदित फार्मा कंपनी की हुई है।
यह कि अवनीत सिंह लांबा ने विदित फार्मा और नीरज भाटिया के गोरखूवाला पंचायत, पांवटा साहिब में ओमकारा स्टोन क्रशर, मानपुर देवड़ा क्रेशर जोन में स्थित महादेव और नीलकंठ स्टोन क्रशर, मतरालियों स्थित बिट्टा स्टोन क्रेशर और महेंद्र सिंह स्टोन क्रशर में अपने माध्यम से करोड़ों रुपए इन्वेस्ट किए हैं। इसके अलावा पांवटा साहिब के शमशेरपुर में भी नीरज भाटिया और अवनीत सिंह लांबा ने एक कोठी लगभग 4 करोड रुपए में खरीदने के लिए पैसों का एक एग्रीमेंट किया था यह सारा पैसा ब्लैक मनी के रूप में इन्वेस्ट किया जाना था
शिकायत में कहा गया है कि अगर विदित फार्मा कंपनी किशनपुरा पांवटा साहिब जिला सिरमौर की अनैतिक तौर पर ड्रग्स से की गई काली कमाई के करोड़ों रुपए संपत्ति के बारे में जानकारी चाहते हैं तो अवनीत सिंह लांबा उसके परिवार निवासी वार्ड नंबर 6, मेन बाजार पांवटा साहिब जिला सिरमौर हिमाचल प्रदेश से इस मामले में पूछताछ कीजिए साथ ही उनके सभी बैंक खातों को खंगालिए, उपरोक्त पार्टनर और दलाल द्वारा विद्युत फार्मा कंपनी किशनपुरा के करोड़ों रुपए इन्वेस्ट किए हैं और अभी कर रहे है ।
आरोप लगाए जाते हैं कि अवनीत सिंह लांबा राजनीति की आड़ में दलाली का काम करते है। कई फार्मा कंपनियों के लिए अपने फर्जी कृषक प्रमाण पत्र पर कंपनी मालिकों के लिए जमीनों की खरीद फरोख्त भी करते है, और कंपनियों से लाखों रुपए दलाली के रूप में डकार जाते हैं ! वही बता दें कि उसके बाप देवेंद्र सिंह लांबा पर भी हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग के लगभग 32 लाख रुपए डकार जाने को लेकर एसडीएम कोर्ट पांवटा साहिब में मामला दर्ज किया गया है यह मामला जंगलहट होटल की जगह लीज पर लेकर पिछले 5 वर्ष तक किराया न देना और जगह खाली ना करने को लेकर किया गया है कुल मिलाकर यह कांग्रेसी परिवार राजनीति की आड़ में गलत धंधों को अंजाम दे रहा है, जिस पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और मुख्यमंत्री को विराम लगाना चाहिए। बताया जा रहा है कि उद्योगपतियों का दलाल और कांग्रेस नेता अवनीत सिंह लांबा उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के नाम पर भी दलाली और उगाही का काम करता है
पांवटा साहिब के कांग्रेसी नेता अवनीत सिंह लांबा का सगा भाई तेजवीर सिंह लांबा अपनी प्रिंटिंग प्रेस में अवैध धंधे को अंजाम दे रहा था। नकली दवाइयों और अन्य ब्रांड्स के नकली रैपर छापने का धंधा पांवटा प्रिंटिंग प्रेस में चल रहा था। पुलिस ने कईं ब्रांड्स के नकली रैपर भी बरामद किए हैं।
बता दें कि Paonta Printing Press के मालिक तेजवीर सिंह लांबा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बता दे कि यह सारा अवैध धंधा कांग्रेसी नेता अवनीत सिंह लांबा का सगा भाई कर रहा था। सवाल अवनीत सिंह लांबा पर भी उठना शुरू हो गए हैं कि क्या वह भी अपने भाई के साथ इस मामले में सन्लिप्त था।
देश में नकली दवाएं बेचने वाला ड्रग्स माफिया इस मामले में सक्रिय है, जो नकली दवाएं या एक्सपायरी दवाएं कंपनियों से खरीद कर उन पर इस तरह के फर्जी रैपर चिपका कर बाजार में बेच देता है। ब्रांडेड कंपनियों के रैपर लगाकर बेच रहे माफिया और धंधेबाजों को बड़ा मुनाफा होता है। इसका सबसे बड़ा खामियाजा मरीजों को भूगतना पड़ता है।