कॉलेज डिनोटिफाई कर डे बोर्डिंग स्कूल का दिखावा, कांग्रेस कर रही युवाओं के भविष्य से खिलवाड़: बलदेव तोमर

कहा,,छात्रों से 'कांग्रेस जिंदाबाद' के नारे लगवाना शर्मनाक और असंवैधानिक

You may also likePosts

शिलाई विधानसभा क्षेत्र में पूर्व भाजपा सरकार द्वारा स्थापित कॉलेज को डिनोटिफाई कर उसी स्थान पर राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल का शिलान्यास कांग्रेस सरकार की अवसरवादी और जनविरोधी मानसिकता का ज्वलंत उदाहरण है।भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि पूर्व जयराम सरकार में शिलाई में अटल शिक्षा केंद्र की घोषणा हुई व पहली किश्त में 10करोड़ की राशि भी आ गई परंतु सरकार बदलते ही इस सरकार व मंत्री हर्षवर्धन ने उस योजना को पूरा नही होने दिया व बजट के प्रावधान के वावजूद अटल आदर्श शिक्षा केंद्र का निर्माण नही हो पाया परंतु आज कांग्रेस की सरकार मात्र लोगों की नजर में धूल झोंकने के लिए ऐसे स्थान जहां पूर्व भाजपा सरकार में कॉलेज खोला गया व चलते हुए संस्थान को डी नोटिफाई किया गया और आज उस स्थान पर राजीव गाँधी दें बोर्डिंग स्कूल नाम का झांसा यहां की भोली भाली जनता को दिया जा रहा।उन्होंने कहा कि एक चल रही योजना को बंद कर नई योजना की झूठी वाहवाही लूटने की सस्ती कोशिश की जा रही है।
Oplus_131072
पूर्व विधायक एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बलदेव तोमर ने कहा कि भाजपा को स्कूल खोलने से कोई आपत्ति नहीं, लेकिन पहले से स्वीकृत और निर्माणाधीन कॉलेज को बंद कर उसके स्थान पर स्कूल खोलना क्षेत्र की युवा पीढ़ी के भविष्य के साथ खुला अन्याय है।
बलदेव तोमर ने कहा कि अगर मंत्री हर्षवर्धन को अपने क्षेत्र की प्रगति की चिंता होती, तो वे पहले से स्वीकृत कॉलेज को पुनः शुरू करने के लिए प्रयास करते और स्कूल के लिए किसी अन्य स्थान का चयन करते। लेकिन कांग्रेस सरकार का उद्देश्य शिक्षा देना नहीं, बल्कि केवल राजनीति करना और पुराने जनहितकारी फैसलों को पलटना है।
आज हिमाचल की कांग्रेस सरकार पूरे प्रदेश में इसी तरह से भाजपा सरकार की योजनाओं को रोककर, बंद करके या बदलकर केवल नाम बदलने का खेल खेल रही है। चाहे आयुष्मान भारत योजना हो, मुख्यमंत्री हेल्थ हेल्पलाइन हो, कॉलेज हों या सड़कों के उद्घाटन—हर जगह कांग्रेस सरकार का एक ही काम है: “नाम बदलो, श्रेय लो और जनता को भ्रमित करो।
उन्होंने कहा आज शिलाई विधानसभा क्षेत्र में आयोजित सरकारी कार्यक्रम में मंत्री हर्षवर्धन ने बच्चों को जबरन बुलवाकर सरकारी भीड़ का हिस्सा बनाया और उनसे ‘कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद’ के नारे लगवाए। यह न केवल शिक्षा की आत्मा का अपमान है, बल्कि संविधान की मूल भावना के भी खिलाफ है।
बलदेव तोमर ने तीखा सवाल उठाया—क्या अब स्कूल इसीलिए खोले जा रहे हैं कि बच्चों को किताबों और शिक्षा से हटाकर उन्हें राजनीतिक प्रचार का औजार बनाया जाए? क्या बच्चों को स्कूल में पढ़ाई के बजाय कांग्रेस के झंडे और नारे सिखाए जाएंगे?
कांग्रेस सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या यह उनका नया शिक्षा मॉडल है, जिसमें बाल अधिकारों की खुलेआम अवहेलना की जाएगी और सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर राजनीतिक भीड़ तैयार की जा रही है।
भाजपा प्रदेश में शिक्षा के इस प्रकार के राजनीतिक दुरुपयोग को बर्दाश्त नहीं करेगी। हम मांग करते हैं कि सतौन कॉलेज को तत्काल दोबारा नोटिफाई किया जाए, और बच्चों को राजनीतिक कार्यक्रमों से दूर रखा जाए।
यदि कांग्रेस सरकार ने इस प्रकार की जनविरोधी गतिविधियों को नहीं रोका, तो भाजपा जनता के साथ मिलकर प्रदेशभर में आंदोलन करेगी और सरकार को कठघरे में खड़ा करेगी।

Related Posts

Next Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!