उत्तर प्रदेश के किसी विधायक के भतीजे दीपक को उस समय जबरजस्त झटका लगा जब बद्रीपुर चौक पर पुलिस बल ने वाहन को रोक लिया कुछ समय तो दीपक वही जो कि वाहन चालक था यही पेशोपेश में था कि पुलिस नाके पर चैकिग होगी तो उसने गाडी साइड में लगादी पुलिस के कहने पर इतने में पुलिस थाना की गाडी ने उसे पकड लिया और थाने ले आई एसपी ने दीपक को बोला कि इस प्रकार ओवरटेक करते है जिस प्रकार आपने किया है |
यह दीपक का कहना है की उनको लगा की जैसे किसी आंतकवादी को गिरफ्तार करने के लिए इतनी पुलिस फ़ोर्स आती है ऐसे पुलिस वालो ने उसको घेर लिया था । पुलिस ने थाने में कर्इ् घन्टे बिठाकर रखा है और ढाई हजार का चालान काटा है जब कि हमने तो नार्मल रूप से ओवरटेक किया था और वाहन की गति लगभग 60—70 थी और वह भी नेशनल हाई वे पर। वे अचम्भित है कि बिना किसी बात के चालान हुआ है। इतना ही उन्होने अपने चाचा जो कि विधायक है एसपी से बातचीत भी करवा दी। बहरहाल समाचार लिखे जाने तक युवक थाने में बैठे हुए थे। जबकि जब हमने मोके पर जाकर देखा तो दोनों में से किसी की गाड़ी पर कोई खरोच का निशान नहीं था | जबकि यह रोला पे गया था की SP साहिबा बाल बाल बची है है उनकी कार एक्सीडेंट हो गयी है | लोगो का कहना है कि पुलिस यदि इतनी तेजी चोरो को पकड़ने के लिए दिखाय तो किसी मंदिर के बाहर से एक चप्पल भी चोरी न हो |
सूत्रों के अनुसार एसपी सिरमौर सौम्या कोई एक्सीडेन्ट नही हुआ है वे ठीक ठाक है । पुलिस सूत्रों ने बताया है कि चालान काटा गया गलत तरीके से वाहन को ओवरटेक किया था। बुद्धिजीवियो का कहना है कि जब से उच्च न्यायालय ने वाहनों वीआईपीज के वाहनों से लाल नीली बत्ती उतरवाई है इस प्रकार की छोटी मोटी घटनाऐ होती रहती है बाहर के पर्यटक को दूसरे राज्य में जाने पर पता नही चल पाता है कि कौन सी गाडी में कौन सा वीआईपी बैठा हुआ है । अत:यह घटना स्वाभाविक ही थी।