पांवटा साहिब उपमंडल में एक शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है जहां पर एक बच्ची को एक महिला ने अपने रिश्तेदारों की मिली भगत से ढाई लाख रुपए में हरियाणा के मोरनी में बेच दिया जहां पर बच्ची को 3 महीने से एक कमरे में बंधक बनाकर रखा हुआ था वह बच्ची के साथ तीन महीने तक लगातार बलात्कार किया गया वही 3 महीने तक पुलिस बच्ची को ढूंढती रही क्योंकि बच्ची के पास कोई फोन नहीं था या कोई टेक्निकल सपोर्ट पुलिस के पास नहीं थी इसलिए पुलिस ने लगभग ढाई सौ लोगों से पूछताछ की इसके बाद आखिरकार गत दिवस पुलिस ने बच्ची को मोरनी से बरामद कर लिया आज बच्ची के बयान माननीय कोर्ट के सामने दर्ज करवाए गए जहां पीड़ित बच्ची ने अपना दर्द बयान किया
वही अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है वही पुलिसिया कार्रवाई पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए हैं कि आखिरकार 3 महीने पहले जिस बच्ची की अपहरण की एफआईआर दर्ज की गई थी हिमाचल से ले जाकर हरियाणा के मोरनी इलाके में बच्ची को बेच दिया गया 3 महीने तक बच्ची का यौन शोषण होता रहा बताया जा रहा है की बच्ची को एक कमरे में ही बंद रखा गया था उसको कमरे से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था यहां तक की उसको यह भी कह दिया गया था कि तेरे साथ आरोपी की शादी कर दी गई है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज पीड़िता के बयान दर्ज होने के बाद पॉस्को सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है वही पुलिस अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से भागते नजर आ रहे हैं
मिसिंग सेल द्वारा 3 महीने बाद स्थानीय पुलिस को साथ लेकर बच्ची को ढूंढने के बावजूद भी यह सवाल खड़ा होता है कि इतने लंबे समय तक बच्ची ने जो नरक झेला है उसका जिम्मेदार आखिरकार कौन है स्पष्ट तौर पर पुलिस प्रशासन को इसका जवाब देना होगा शुरुआत में मामले की जांच एक हेड कांस्टेबल को दी गई थी जिसमें इस मामले को सीरियस नहीं लिया था इस विषय में सबसे अधिक जिम्मेदारी एसएचओ की होती है परंतु परिवार द्वारा कई महीने से पुलिस स्टेशन के चक्कर मार जा रहे थे और एसएचओ कि लापरवाही की वजह से लंबे समय तक बच्ची बरामद नहीं हो सकी आला अधिकारी भी एसएचओ को संरक्षण दे रहे हैं भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बावजूद भी कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हो रही है इस विषय में पुलिस अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि 3 महीने पहले अपहरण होने की एफआईआर दर्ज की गई थी गत दिवस बच्ची को बरामद कर लिया गया है इससे अधिक वह कुछ नहीं बता सकते