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किसी ने क्या खूब लिखा है कि- जो आसमान को छूने की हिम्मत रखते हैं, वहीं धरती पर मिसाल बनते हैं। जो गांव की गलियों से निकलते हैं कभी, वो नाम रोशन कर, सितारों में गिनते हैं। इन्हीं शब्दों को बखूरी चरितार्थ कर दिखाया है, हिमाचल प्रदेश पुलिस की जांबाज़ कांस्टेबल बिंदिया कौशल ने।
माउंट एल्ब्रस फतह हासिल कर तिरंगा फहराया
हमीरपुर ज़िले की बेटी और हिमाचल प्रदेश पुलिस की जांबाज़ कांस्टेबल बिंदिया कौशल ने एक बार फिर पूरे प्रदेश और देश का नाम रोशन कर दिया है। बिंदिया ने यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रस 5,642 मीटर पर फतह हासिल की और वहां शान से तिरंगा फहराया।
दरअसल, बिंदिया की योजना थी कि वह स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर इस पर्वत के शिखर पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज लहराएं, लेकिन खराब मौसम की चुनौती को देखते हुए उन्होंने एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को ही अभियान पूरा कर लिया। यह कदम उनकी दूरदर्शिता और संकल्प को दर्शाता है।
पहले भी फतह कर चुकीं हैं कई चोटियां
बिंदिया कौशल प्रदेश मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नादौन की रहने वाली हैं। इस उपलब्धि के साथ ही बिंदिया हिमाचल प्रदेश पुलिस की पहली महिला कांस्टेबल बन गई हैं, जिन्होंने दो अंतरराष्ट्रीय चोटियों पर सफलता प्राप्त की है।
इससे पहले भी उन्होंने पर्वतारोहण की दुनिया में अपनी काबिलियत साबित की थी। पिछले वर्ष 15 अगस्त 2023 को उन्होंने लद्दाख की कांग यात्से चोटी 6,250 मीटर और हिमाचल के लाहौल क्षेत्र की यूनम चोटी 6,111 मीटर पर तिरंगा फहराकर इतिहास रचा था।
सीएम सहित कई नामी लोगों ने दी बधाइयां
अपनी सफलता का श्रेय बिंदिया ने अपने माता-पिता के साथ कठोर प्रशिक्षण, अनुशासन और अपने दृढ़ निश्चय को दिया। उन्होंने मनाली स्थित अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एलाइड स्पोर्ट्स से बेसिक और एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स पूरा किया है, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार किया।
बिंदिया की इस कामयाबी पर न सिर्फ हिमाचल प्रदेश पुलिस गर्व महसूस कर रही है, बल्कि प्रदेश भर का समाज भी गौरवान्वित है। मुख्यमंत्री सहित कई जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने उन्हें बधाइयां दीं। उनकी यह ऐतिहासिक उपलब्धि हिमाचल की बेटियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है और पूरे भारत के लिए गौरव की मिसाल है।