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हिमाचल प्रदेश में इस साल भी मानसून में भी भारी नुकसान हुआ है. सबसे ज्यादा नुकसान इस बार मानसून में मंडी जिले में हुआ है. जिलेभर में कई सड़कें क्षतिग्रस्त हैं. पुल बाढ़ में बह गए हैं या फिर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. कई ग्रामीण इलाकों में पैदल रास्ते तक टूट गए हैं. जिससे लोगों को रोजाना दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मंडी जिले में भारी बारिश के साथ लैंडस्लाइड का कहर भी जारी है, जिसके चलते जगह-जगह लिंक रोड और नेशनल हाईवे पर यातायात प्रभावित हो रहा है.
पुलिया में आई दरारें, ऊपरी हिस्सा धंसा
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर पंडोह और औट के बीच स्थित जोगणी माता मंदिर के पास बनी एक छोटी सी पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो गई है. इस पुलिया की दीवारों में दरारें पड़ गई हैं और इसके पत्थर आदि भी अपनी पकड़ खोकर बाहर आ गिरे हैं. इस कारण से पुलिया का ऊपरी हिस्सा भी धंस गया है. बता दें कि कुछ दिन पहले इस पुलिया के ऊपर पहाड़ी से काफी ज्यादा मात्रा में मलबा और पत्थर आ गिरे थे, जिस कारण यह पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई. जोगणी माता मंदिर के पुजारी ने बताया कि करीब पांच दिनों से पुलिया में दरारें आई हुई है और यह लगातार धंसती जा रही है. उन्होंने प्रशासन और लोक निर्माण विभाग से इसका जल्द से जल्द स्थाई समाधान निकालने की गुहार लगाई है.
वहीं, लोक निर्माण विभाग ने क्षतिग्रस्त पुलिया की अस्थाई मरम्मत करके इसे एक तरफा यातायात के लिए बहाल रखा है. अगर यह पुलिया पूरी तरह से टूट जाती है तो फिर कुल्लू-मनाली को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे पूरी तरह से कट जाएगा, क्योंकि यहां और कोई विकल्प शेष नहीं रह जाएगा, जहां से गाड़ियां गुजारी जा सकें. वहीं, इस क्षतिग्रस्त पुलिया से गुजरते हुए वाहन चालकों को भी हर समय अनहोनी का डर सता रहा है.
“क्षतिग्रस्त पुलिया के स्थान पर वैली ब्रिज लगाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. विभाग के कुल्लू स्थित मैकेनिकल विंग को त्वरित कार्रवाई के लिए कहा गया है. जहां पर भी वैली ब्रिज उपलब्ध है, वहां से उसे लाकर यहां अस्थाई तौर पर जल्द से जल्द लगा दिया जाएगा.” – विनोद शर्मा, अधिशाषी अभियंता, PWD थलौट मंडल
सड़क में धंसी निजी बस
वहीं, जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के छन्नी खोड में शनिवार को सड़क अचानक से धंस गई और एक निजी बस वहां पर फंस गई. गनीमत रही कि बस नीचे खाई की और नहीं लुढ़की. वरना बड़ा हादसा भी पेश आ सकता था. सड़क के अचानक धंसने से बस में बैठी सवारियों में भी हड़कंप मच गया और सवारियां चीखने चिल्लाने लगी. ऐसे में सभी सवारियों को तुरंत बस से बाहर निकाला गया. वहीं, सड़क धंसने के चलते सड़क की दोनों ओर गाड़ियां का लंबा जाम लग गया है.
भारी बारिश के बाद सड़क की दुर्दशा
बरशेनी जिला परिषद वार्ड की सदस्य रेखा गुलेरिया ने बताया कि निजी बस मणिकर्ण से भुंतर की ओर जा रही थी. छन्नी खोड में बीते दिनों हुई भारी बारिश के चलते सड़क काफी बुरी हालत में थी और जैसे ही बस यहां से गुजरी तो अचानक सड़क धंस गई. इसी बीच बस भी वहां पर फंस गई और सड़क के किनारे पर लटक गई. जिसके बाद फौरन सभी सवारियों को बस से बाहर निकाला गया.
“भारी बारिश के चलते भुंतर मणिकर्ण सड़क के हाल काफी खराब हो गए हैं. इसे सुधारने की दिशा में सरकार द्वारा कोई काम नहीं किया जा रहा है. यहां पर कई जगह ऐसी हैं, जहां पर सड़क की हालत काफी खराब है और यहां से गाड़ी का गुजरना भी खतरे से खाली नहीं है. ऐसे में एक निजी बस भी यहां पर फंस गई. गनीमत रही कि इस दौरान कोई बड़ा हादसा पेश नहीं आया. ऐसे में सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वह इस सड़क की हालत को जल्द सुधारे, ताकि मणिकर्ण घाटी की दर्जनों पंचायत के लोगों को दिक्कत का सामना न करना पड़े.” – रेखा गुलेरिया, सदस्य, बरशेनी जिला परिषद वार्ड