पांवटा साहिब में खनन सामग्री ढ़ोने वाले डंपर , ट्राले हादसो का कारण बन रहे हैं पांवटा में क्रशर से रेत-बजरी लेने के लिए उत्तराखंड, यूपी व हरियाणा से टिप्पर पहुंच रहे हैं। हालांकि प्रशासन द्वारा रात नौ बजे तक सभी बड़ी गाड़ियों के लिए नो एंट्री के आदेश जारी किए हुए हैं। इसके बावजूद टिप्पर चालक दिन मे ही शहर में आ जाते हैं। ट्राले टिप्परों के सड़क खड़े रहने से जाम लगने पर वाहन चालकों को काफी देर तक जाम में ही फंसे रहना पड़ता है।
नकली बिलों पर सीधे यमुना नदी से अवैध खनन सामग्री ढोई जा रही है आम जनता इन खनन माफिया से परेशान है परंतु अभी तक इनके खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया जा रहा है स्थानीय लोग कौन है इनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग की है ताकि लोग शहर में सुरक्षित रह सके
मिली जानकारी के अनुसार गत वर्ष भी खनन विभाग ने भटरोग और मानपुर देवड़ा क्षेत्र के एक दर्जन के करीब नकली बिल पकड़े थे बताया जा रहा है कि भटरोग ओर मानपुर देवड़ा के क्रेशरो के कई नकली और पुराने बिल पकड़े गए थे यह गाडियां मानपुर देवड़ा के क्रेशरो से बिना बिल के माल भरकर ले जा रही थी जिसको माइनिंग विभाग की टीम ने पकड़ लिया अब एफआईआर दर्ज होने के बाद क्रेशरो मालिको ओर ट्रक मालिको गिरफ्तार होने की तलवार लटक रही है वही इस विषय में जल्द ही ई डी भी बड़ी कार्रवाई कर सकती है वही अभी तक खनन विभाग द्वारा आरोपों में गिरे क्रेशरो के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई है जबकि अब तक इन क्रेशरो को सील कर देना चाहिए था
बताया जा रहा है कि क्रेशर मालिकों की मिलीभगत से यह सारे नकली बिल तैयार किए जाते थे जिससे सरकार के सरकार को राजस्व का करोड रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है इस विषय में पूरुवाला पुलिस स्टेशन में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया था वहीं जिला खनन अधिकारी ने बताया था कि 3 दिन तक पुलिस ने उनकी फिर नहीं दर्ज की थी ऐसे में खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करना मुश्किल हो रहा है पुलिस द्वारा सही तरीके से कार्रवाई न करने के कारण ट्रक ड्राइवर भी मौके से फरार हो गए नकली बिल के रैकेट में जितने लोग भी शामिल हैं सबके खिलाफ कानून कारवाई की जाएगी