पांवटा के ईओ का कार्यभार संभालते ही, पांवटा के उपमण्डलाधिकारी एच एस राणा ने, पांवटा की बिगड़ती सफाई व्यवस्था और ठोस कूड़ा प्रबंधन के लिए कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं,
इस विषय को लेकर आज एसडीएम राणा ने अपने कार्यालय में परिषद के तमाम कर्मचारियों और स्थानीय सफाई से जुड़ी संस्थाओं की एक संयुक्त आपात बैठक बुलाई। इस बैठक पांवटा की सफाई व्यवस्था और डंपिंग साइट के बारे में विशेष चर्चा की गई।
डोर टु डोर कूड़ा कलेक्शन पर खासा जोर दिया गया।
गौरतलब हो कि पिछले कुछ दिनो से एक प्राइवेट संस्था को यह कार्य “नो प्रॉफिट नो लौस” के आधार पर दिया गया था, लेकिन उसके बाद किन्ही कारणों से नगर के कार्यकारी अधिकारी का पद रिक्त हो गया और उस संस्था ने दो महीने के बाद ही अपने हाथ खड़े कर दिए। जिससे पांवटा की सफाई व्यवस्था चरमरा गई थी।
एसडीएम राणा ने कार्यकारी अधिकारी का अतिरिक्त भार संभालते ही इस दिशा में ये बेहद महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
इस बारे उन्होने एनवाईके संस्था के जिला प्रभारी मुकुल शर्मा को आमंत्रित किया और इस डोर टु डोर कूड़ा कलेक्शन का जिम्मा इस संस्था को सौंप दिया है। उन्हे जल्द से जल्द पांवटा के वार्डों के सर्वे करने का आदेश दे दिए हैं।
उन्हे कहा गया है कि वे पांवटा के हर वार्ड का सर्वे करे और यह सुनिश्चित करें कि कितने घर हैं और कितने परिवार उन घरों मे रह रहे हैं । उस हिसाब से ही हर घर से प्रति परिवार 50/- लेना आवश्यक कर दिया जाए, फिर वो कूड़ा दे या न दे।
और अगर जो व्यक्ति यह महीने का शुल्क अदा नही करेगा उसे परिषद के नियमों के तहत रू• 25000/- का जुर्माना करा जाएगा।
इस अवसर पर एसडीएम एच एस राणा ने बताया कि हमने सबकी बहुत अनुनय विनय कर ली है, अब एक्शन का समय है, अब जो भी व्यक्ति पांवटा की सफाई व्यवस्था से खिलवाड़ करेगा उसे दंडित करने का समय आ गया है। अब किसी भी दोषी को बख्शा नही जाएगा।
इस अवसर पर सीपीजीपी संस्था के संयोजक आर•पी• तिवारी, पंकज भटनागर, प्रदीप दीक्षित, बारू राम, ललित गुप्ता और परिषद के कर्मचारी भी मौजूद थे