3 दिन तक भारी बारिश का यैलो अलर्ट जारी, राज्य में अब तक 380 लोगों की मौ*त

Khabron wala 

राज्य में एक बार फिर आसमान से आफत बरसने वाली है। मौसम विभाग की मानें तो शुक्रवार से लगातार तीन दिनों तक कई जिलों में भारी बारिश का यैलो अलर्ट जारी किया गया है, जिससे दुश्वारियां और बढ़ने की संभावनाएं हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 12 सितम्बर को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, शिमला और सिरमौर, 13 सितम्बर को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर और 14 सितम्बर को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी वर्षा के चलते यैलो अलर्ट घोषित किया गया है। 15 से 17 सितम्बर तक भी प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा के आसार बने रहेंगे, लेकिन इन दिनों के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।

शिमला में दिनभर छाई रही घनी धुंध

राजधानी शिमला में गुरुवार सुबह के समय हल्की वर्षा हुई। इसके बाद दिनभर घनी धुंध छाई रही। शिमला में 4, सुंदरनगर में 9, मंडी में 5, जुब्बड़हट्टी में 5.6, कुफरी में 6 मिलीमीटर वर्षा हुई, जबकि अन्य स्थानों पर बारिश नहीं हुई, अपितु कई जगह हल्के बादल छाए रहे तो कहीं धूप खिली, जबकि बुधवार रात्रि को मंडी जिले के बलद्वाड़ा में सर्वाधिक 70, मुरारी देवी में 63, हमीरपुर के भरेड़ी में 62, बिलासपुर के सलापड़ में 54 और नैना देवी में 42 मिलीमीटर बारिश हुई। इस बीच कुल्लू जिले के कराड़सु विहाल में नदी के बीच फंसे दो लोगों को पुलिस थाना सदर कुल्लू और एनडीआरएफ की टीम ने रैस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला।

3 नैशनल हाईवे व 577 संपर्क मार्ग बंद

राज्य में मानसून से चल रही दुश्वारियां जारी हैं। गुरुवार शाम तक प्रदेश में 3 नैशनल हाईवे व 577 संपर्क मार्ग बंद रहे। कुल्लू जिले में एनएच-03 और एनएच-305 व 204 संपर्क मार्ग, मंडी में 141, शिमला में 72, कांगड़ा में 44, चम्बा में 30 और ऊना में एनएच-503ए व 19 संपर्क मार्ग अवरुद्ध रहे। राज्य में 598 बिजली ट्रांसफार्मर और 367 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई है। इस दौरान प्रदेश में 137 भूस्खलन, 97 फ्लैश फ्लड और 45 बादल फटने की घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिन्होंने कई इलाकों में हालात और गंभीर बना दिए हैं।

अब तक 380 लोगों की मौत, 40 लापता

राज्य में अब तक 380 लोगों की मौत हो चुकी है और 40 लोग लापता हैं, जबकि 447 लोग घायल हुए हैं। जिला स्तर पर सर्वाधिक 61 मौतें मंडी जिले में दर्ज की गई हैं। इसके अलावा मकानों, दुकानों और गौशालाओं को भी व्यापक नुक्सान हुआ है। प्रदेश में अब तक 1,280 मकान पूरी तरह ढह गए हैं और 5,469 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। 480 दुकानें और 5,762 गौशालाएं भी नष्ट हो चुकी हैं। पशुधन को भी भारी नुक्सान पहुंचा है, जिसमें 1,983 पशुओं और 26 हजार से अधिक पोल्ट्री पक्षियों की मौत शामिल है। प्रारंभिक आकलन के मुताबिक अब तक प्रदेश को 4,313.99 करोड़ रुपए की सार्वजनिक संपत्ति का नुक्सान हो चुका है, जिसमें पीडब्ल्यूडी को 2666.84 करोड़ व जलशक्ति विभाग को 1291.51 करोड़ रुपए की चपत लग चुकी है।

11 दिनों में 31 फीसदी कम बरसे मेघ

सितम्बर माह की बात करें तो 11 दिनों में अभी तक राज्य में 31 फीसदी कम मेघ बरसे हैं। इस अवधि में 37.3 मिलीमीटर वर्षा सामान्य होती है, लेकिन इसकी एवज में अभी तक मात्र 25.7 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जिससे लोगों ने थोड़ी राहत पाई है। सबसे अधिक वर्षा कुल्लू में 75 फीसदी हुई है, जबकि सबसे कम चंबा में 70 प्रतिशत कम मेघ बरसे है। मंडी में 23 फीसदी अधिक, हमीरपुर में 24 फीसदी अधिक, जबकि शिमला में 18 फीसदी कम वर्षा हुई है।

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