5 जिलों में रहेगा भारी बारिश का यैलो अलर्ट, मंडी जिले में 4 लोगों की मौत

Khabron wala

यैलो अलर्ट के बीच में सोमवार रात्रि को मंडी और शिमला में मानसून की बारिश ने खूब तबाही मचाई है। मंडी जिले के धर्मपुर, शिवाबदार और निहरी के हाड़ाबोई में 4 लोगों की मौत हो गई है। मंडी जिले के धर्मपुर बाजार के पास से बहने वाली सोन खड्ड ने इतना विकराल रूप धारण किया कि तबाही मच गई। बारिश के कारण सोन खड्ड ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर दिया। इस कारण धर्मपुर का बस स्टैंड पूरी तरह से जलमग्न हो गया। बस स्टैंड में खड़ी एचआरटीसी की बसें पानी में डूब गईं और कुछ बसें तेज बहाव के साथ बह गईं। वहीं कुछ लोग लापता भी बताए जा रहे हैं। उधर, प्रदेश की राजधानी शिमला में भी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है।

शहर में जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। 11 गाड़ियां मलबे में दब गईं। शिमला में लोगों ने बीती रात डर के साय में गुजारी। एकाएक हुए 3 से 4 धमाकों के बाद शहर के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार की रात मंडी जिला के निहरी क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन में 3 लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है और जिला प्रशासन को मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिवारों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।

इस बीच मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों के डीसी से स्थिति की जानकारी ली और उन्हें आवश्यक व त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने असुरक्षित भवनों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने पर बल दिया ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त सड़कों और जलापूर्ति योजनाओं को प्राथमिकता पर बहाल करने और प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुएं भी उपलब्ध करवाने तथा जरूरतमंदों की सहायता प्रदान करने के भी निर्देश दिए।

सोमवार रात्रि को शिमला में बरसे सबसे अधिक मेघ

मौसम विभाग के अनुसार सोमवार रात्रि को शिमला में सबसे अधिक 141, सुंदरनगर में 60.5, धर्मशाला में 12.9, कांगड़ा में 50.5, मंडी में 52.6, बिलासपुर में 30.8, बरठीं में 37.4, सराहन में 29, कसौली में 10.2, पांवटा साहिब में 10.4, देहरा गोपीपुर में 12.3 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई, जबकि मंगलवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की-फुल्की वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग की माने तो बुधवार को 5 जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन व सिरमौर में गरज के साथ बिजली गिरने के साथ भारी बारिश का यैलो अलर्ट रहेगा, जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में किसी प्रकार का अलर्ट जारी नहीं किया गया है। गुरुवार से मानसून के धीमा पड़ने की संभावनाएं हैं, क्योंकि आगामी दिनों में किसी भी प्रकार का अलर्ट जारी नहीं किया गया है, अपितु हल्की-फुल्की बारिश होने की संभावनाएं हैं।

राज्य में 3 एन.एच. व 652 संपर्क मार्ग बंद, 924 ट्रांसफार्मर ठप्प

राज्य में हुई मूसलाधार बारिश के बाद मंगलवार शाम तक प्रदेश में 3 एन.एच. और 652 संपर्क मार्ग अवरुद्ध रहे। जिला कुल्लू में एन.एच.-03 व एन.एच.-305 सहित 153 संपर्क मार्ग बंद रहे। मंडी जिले में 313 संपर्क मार्ग, शिमला में 47 संपर्क मार्ग बंद हैं, जबकि ऊना में एन.एच.-503ए और 18 संपर्क मार्ग बंद चल रहे हैं। राज्य में 924 बिजली ट्रांसफार्मर ठप्प हैं, जिससे कई इलाकों में ब्लैकआऊट छाया हुआ है। सबसे ज्यादा 783 ट्रांसफार्मर जिला मंडी में बंद हैं, जबकि हमीरपुर में 78, कुल्लू में 35 और चम्बा में 24 ट्रांसफार्मर ठप्प चल रहे हैं। राज्य में 243 पेयजल योजनाएं भी बाधित हैं, जिसमें हमीरपुर में 60, बिलासपुर में 37, चम्बा में 31, कांगड़ा में 17, मंडी में 53, शिमला में 41 ट्रांसफार्मर प्रभावित चल रहे हैं।

भूस्खलन की 145, फ्लैश फ्लड की 98 व बादल फटने की 46 घटनाएं, 417 लोगों की मौत, 45 लापता

20 जून से आरंभ हुए मानसून सीजन में अब तक भूस्खलन की 145, फ्लैश फ्लड की 98 और बादल फटने की 46 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। राज्य में अब तक 417 लोगों की मौत, 477 घायल और 45 लोग लापता चल रहे हैं। राज्य को 4582 करोड़ से अधिक की संपत्ति का नुक्सान हो चुका है, जिसमें लोक निर्माण विभाग को 2803 करोड़, जल शक्ति विभाग को 1405 करोड़ की चपत लग चुकी है।

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