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देवभूमि पांवटा साहिब में आज यमुना शरद महोत्सव का शुभारंभ श्रद्धा और उत्साह के साथ हुआ। “पांवटा अगेंस्ट ड्रग्स” की थीम पर आधारित यह आयोजन इस वर्ष पूरी तरह नशामुक्त समाज को समर्पित रहा। सुबह से लेकर देर रात तक नगर में भक्ति, संस्कृति और साहित्य का अद्भुत संगम दिखाई दिया।
सुबह 9 बजे यमुना घाट पर यज्ञ उद्घाटन के साथ कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। पवित्र यमुना तट पर नगरवासियों ने सामूहिक रूप से यज्ञ में भाग लेकर स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और नशामुक्त समाज का संदेश दिया।
इसके उपरांत सुबह 9:30 बजे स्कूली छात्र रैली का आयोजन हुआ, जो गुरुद्वारा मैदान से गुरु नानक मिशन स्कूल तक निकाली गई। रैली में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और नारे लगाए —
“नशे को करो ना स्वीकार, जीवन बने खुशहाल अपार।”
सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक गुरु नानक मिशन स्कूल ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक एवं प्रेरक कार्यक्रम आयोजित किए गए। रंगारंग प्रस्तुतियों में विद्यार्थियों ने नशा मुक्ति और सामाजिक एकता पर आधारित नाट्य मंचन, गीत एवं नृत्य से सभी का मन मोह लिया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री योगेश रोल्टा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सिरमौर (हि.प्र.) ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा —नशा हमारे समाज की जड़ों को कमजोर कर रहा है, हमें युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाना होगा ताकि समाज सशक्त बन सके।”
शाम को 6:30 बजे मां यमुना आरती का आयोजन यमुना घाट पर किया गया। दीपों की ज्योति और घंटियों की गूंज से पूरा घाट आस्था और भक्ति से आलोकित हो उठा।
इस मौके पर नशा जागरूकता रैली निकाली गई और समापन मिशन पब्लिक स्कूल पांवटा में हुआ जहां पर सभी छात्रों ने नशे के प्रति की जानकारियां दी मिशन स्कूल में हमेशा अच्छी सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है
इसके पश्चात रात्रि 7 बजे से रामलीला मैदान में महाकवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस अवसर पर देशभर से पहुंचे प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी ओजपूर्ण कविताओं और व्यंग्य रचनाओं के माध्यम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ नागरिक परिषद, पांवटा साहिब रही, जिन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन समाज को जागरूक करने और नई दिशा देने का कार्य करते हैं।
हालांकि सामान्यतः स्टार नाइट में भारी भीड़ उमड़ती है और लोगों में विशेष उत्साह देखा जाता है, किन्तु इस बार माहौल कुछ भिन्न रहा। दर्शकों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही तथा अन्य विधानसभा क्षेत्रों से आने वाले लोग भी इस बार कम ही दिखाई दिए।
फिर भी, पांवटा प्रशासन द्वारा इस बार महोत्सव को एक सामाजिक संदेश के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास सराहनीय रहा। प्रशासन का उद्देश्य इस महोत्सव के माध्यम से नशा मुक्ति और सामाजिक जागरूकता को जन-जन तक पहुंचाना है।
हर वर्ष की तरह इस बार भी यमुना शरद महोत्सव ने पांवटा साहिब की संस्कृति, भक्ति और साहित्यिक परंपरा को नई ऊंचाई दी। नगरवासियों ने इसे एक अनोखा और प्रेरणादायक आयोजन बताया, जिसने यह संदेश दिया कि जब समाज एकजुट हो, तो हर बुराई पर विजय संभव है।