Khabron wala
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के औद्योगिक क्षेत्र टाहलीवाल में रविवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां एक उद्योग में निर्माण कार्य के दौरान काम कर रही महिला की दर्दनाक मौत हो गई है।
महिला कामगार की दर्दनाक मौत
बताया जा रहा है कि महिला कामगार के सिर पर अचानक कोई भारी सामान गिर गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई और साथी मजदूरों ने महिला को तुरंत एक निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसकी हालत नाजुक होने के कारण उसे नंगल (पंजाब) रेफर कर दिया गया। दुर्भाग्यवश, महिला ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में दम तोड़ दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा उस समय हुआ जब उद्योग परिसर में निर्माण का कार्य चल रहा था। बताया जा रहा है कि किसी ऊंचाई से गिरा भारी लोहे का या मशीन से जुड़ा सामान सीधे महिला के सिर पर आ लगा।
लहूलहुान होकर गिरी महिला
टक्कर इतनी जोरदार थी कि महिला वहीं लहूलुहान होकर गिर पड़ी। साथी मजदूरों ने उसे तुरंत पास के अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। सबसे हैरानी की बात यह है कि घटना के बाद टाहलीवाल पुलिस थाना में अब तक कोई औपचारिक शिकायत या रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है।
मृतक महिला किसी ठेकेदार के माध्यम से काम कर रही थी और बताया जा रहा है कि उसका अंतिम संस्कार भी जल्दबाजी में करवा दिया गया। इससे लोगों में यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या उद्योग प्रबंधन और ठेकेदार ने मामले को दबाने की कोशिश की है।
पुलिस तक नहीं पहुंची बात
टाहलीवाल SHO रिंकू सूर्यवंशी ने बताया कि हमें इस तरह की किसी दुर्घटना की अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। न तो उद्योग प्रबंधन की ओर से और न ही किसी परिजन ने शिकायत दी है। वहीं, लोगों का कहना है कि महिला फैक्ट्री में काम कर अपना गुजर-बसर कर रही थी। महिला की मौत के बाद उसका पूरा परिवार सदमे में है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा मानकों की अनदेखी आम हो चुकी है। मजदूर बिना हेलमेट, सेफ्टी बेल्ट या प्रॉपर गियर के काम करते हैं और कई बार ठेकेदार सुरक्षा नियमों की अनदेखी करते हैं। फिर भी प्रशासन की ओर से कोई सख्त कार्रवाई नहीं होती।
महिला का हुआ अंतिम संस्कार
महिला की मौत ने एक बार फिर औद्योगिक सुरक्षा और श्रमिक अधिकारों की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर पुलिस और प्रशासन ने समय रहते जांच नहीं की, तो यह मामला भी कई अन्य औद्योगिक हादसों की तरह चुपचाप दफन हो सकता है।