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‘सिरमौरी चीते’ के नाम से मशहूर अंतर्राष्ट्रीय अल्ट्रा मैराथन धावक सुनील शर्मा ने अमेरिका में आयोजित हुई प्रतिष्ठित ‘बिग डॉग्स बैकयार्ड अल्ट्रा वर्ल्ड चैंपियनशिप’ में अपने अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प का लोहा मनवाया है। दौड़ के दौरान गंभीर रूप से चोटिल होने के बावजूद सुनील ने हार नहीं मानी और 52 घंटे तक लगातार दौड़ते रहे। इस दौरान उन्होंने कुल 348.66 किलोमीटर की दूरी तय की।
यह रेस अपने अनोखे ‘लास्ट मैन स्टैंडिंग’ फॉर्मेट के लिए जानी जाती है, जिसमें हर घंटे 6.705 किलोमीटर का एक लूप पूरा करना होता है। जो भी धावक समय पर लूप पूरा नहीं कर पाता, वह दौड़ से बाहर हो जाता है। सुनील शर्मा ने इस चुनौतीपूर्ण रेस में 52 लूप सफलतापूर्वक पूरे किए।
हालांकि, आयोजन की आधिकारिक स्कोरिंग के अनुसार उन्हें अंततः ‘डिड नॉट फिनिश’ घोषित किया गया, लेकिन उनका यह प्रदर्शन किसी जीत से कम नहीं है। 52 घंटे तक चोट के साथ दौड़ते रहना उनके असाधारण जज्बे और देश के प्रति समर्पण को दर्शाता है, जिसकी दुनियाभर में प्रशंसा हो रही है।
सामाजिक सरोकारों के लिए दौड़ते हैं सुनील
सुनील शर्मा केवल एक धावक ही नहीं, बल्कि एक सामाजिक योद्धा भी हैं। वह अपनी दौड़ को हमेशा किसी न किसी सामाजिक उद्देश्य से जोड़ते हैं। इससे पहले उन्होंने ‘द ग्रेट इंडिया रन’ (1480 किलोमीटर) और ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ (250 किलोमीटर) जैसे अभियानों के लिए दौड़ लगाई है। इसके अलावा, वह जल संरक्षण, रक्तदान और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर भी लोगों को जागरूक करते रहे हैं। उन्होंने चैरिटी रन के माध्यम से कई जरूरतमंद मरीजों के इलाज के लिए लाखों रुपए भी जुटाए हैं।