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बड़सर उपमंडल क्षेत्र में इन दिनों शादी-ब्याह और अन्य शुभ आयोजनों के मौके पर बधाई मांगने वालों की मनमानी से लोग त्रस्त हो चुके हैं। ये लोग बधाई के नाम पर मनचाही और बड़ी रकम की मांग करते हैं और यदि गृहस्वामी द्वारा मांगी गई राशि नहीं दी जाती तो वे गाली-गलौच और अभद्र भाषा का प्रयोग कर बददुआ देकर किसी अनहोनी का श्राप देने पर उतर आते हैं। ऐसी ही एक घटना बिझड़ी क्षेत्र के महारल गांव में देखने को मिली। यहां एक घर में अभी शादी हुए एक दिन भी नहीं हुआ था कि दियोटसिद्ध क्षेत्र से बधाई मांगने वालों की एक टोली ने इतना हंगामा किया कि बात पुलिस तक पहुंच गई।
इन लोगों ने बधाई के नाम पर परिवार से एक लाख रुपए की मांग कर डाली। जब उनसे यह कहा गया कि बधाई खुशी से दी जाती है न कि लड़ाई- झगड़ा कर मांगी जाती है तो इस बात पर इन लोगों ने हंगामा खड़ा ‘कर दिया और अशोभनीय भाषा और घर में किसी अनहोनी का श्राप देने की धमकी तक दे डाली। देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस तक को बुलाना पड़ गया।
परिवार को मेहमानों के सामने करना पड़ता है शर्मिंदगी का सामना
बताते चलें कि क्षेत्र में जब भी किसी के घर शादी, संतान का जन्म या गृह प्रवेश जैसा कोई शुभ कार्यक्रम होता है तो बधाई मांगने वालों के समूह वहां पहुंच जाते हैं। ये लोग शुरू में तो पारंपरिक तरीके से बधाई देते हैं लेकिन बाद में परिवार की हैसियत देखकर हजारों रुपयों की मांग करने लगते हैं।
कई पीड़ित परिवारों ने बताया कि जब वे अपनी श्रद्धानुसार शगुन या राशि देने की कोशिश करते हैं तो ये लोग उसे लेने से इंकार कर देते हैं और अपनी मांग पर अड़ जाते हैं। मांग पूरी न होने पर वे घर के बाहर ही हंगामा खड़ा कर देते हैं, जिससे परिवार को मेहमानों के सामने शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है।
प्रशासन से की ऐसे लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग
ग्रामवासियों सुभाष चंद, करतार सिंह, उपप्रधान विचित्र सिंह ढटवालिया, धनी राम शर्मा, सुरेश कुमार, प्रकाश चंद, अंकु सोनी, पंकज कुमार, बलबीर सिंह, सौरभ भोगल, कमलजीत, संतोष कुमारी, सत्या देवी व अभिषेक सहित असंख्य लोगों ने जिला प्रशासन तथा पुलिस से इस गंभीर समस्या पर ध्यान देने और इस तरह की मनमानी करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि लोगों को इस परेशानी से निजात मिल सके।
लालमन शर्मा, डी.एस.पी. बड़सर का कहना है कि बधाई लेने वाला किसी भी को जबरदस्ती बधाई राशि देने के लिए मजबूर नहीं कर सकता। इसके लिए कई पंचयातों में अपने स्तर पर बधाई राशि निर्धारित की है। अगर कोई बधाई लेने वाला किसी को भी मजबूर करता है तो शिकायत मिलने पर नियमानुसार उचित कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।












