गिरफ्तारी से बचने के लिए डिफाल्टरों ने जमा करवाए 14 लाख रुपए, एक ने जमा करवाए 40 लाख

Khabron wala 

बघाट अर्बन सहकारी बैंक में जैसे-जैसे डिफाल्टरों पर शिकंजा सका जा रहा है वैसे-वैसे गिरफ्तारी से बचने के लिए लोग बैंक में पैसे जमा करवाने के लिए पहुंच रहे हैं। सोमवार को भी यहां पर दो डिफाल्टरों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए 14 लाख जबकि एक अन्य डिफाल्टर ने करीब 40 लाख रुपए जमा करवाए हैं। हालांकि जिस डिफाल्टर ने 40 लाख रुपए जमा करवाए हैं उसके फिलहाल गिरफ्तारी के आदेश नहीं थे। गौर रहे कि बघाट बैंक के 499 ऋण डिफाल्टरों ने बैंक की वित्तीय स्थिति को हिला कर रख दिया है। इन डिफाल्टरों द्वारा लिया गया ऋण एनपीए  गया है।

बताया जा रहा है कि एआरसीएस सोलन के पास 499 ऋण डिफाल्टरों में से 147 की रिकवरी के मामले चले हुए थे। इसमें जो डिफाल्टर रिकवरी में सहयाेग नहीं कर रहे थे, इसे देखते हुए एआरसीएस की अदालत ने लैंड रैवेन्यू एक्ट 1954 की धारा 75 (ए) के तहत गिरफ्तारी के आदेश जारी किए गए हैं। इस कार्रवाई के बाद डिफाल्टरों में भी हड़कंप मच गया है।

बैंक के लिए इन सभी 499 डिफाल्टर से 6 महीने के अंदर 138 करोड़ रुपए की रिकवरी करना आसान नहीं है क्योंकि पिछले तीन वर्षों से बैंक ने रिकवरी पर जोर दिया है जिसमें से 184 करोड़ रुपए ही वसूल हुए हैं। बताया जा रहा है कि मार्च 2022 में बैंक का एनपीए 322 करोड़ रुपए था जिसमें से अब 138 करोड़ रुपए ही शेष बचा है। बैंक के एमडी राज कुमार ने बताया कि 3 डिफाल्टरों ने बैंक में सोमवार को 54 लाख रुपए जमा करवाए हैं।

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