शीतलहर की चपेट में डूबा प्रदेश, शून्य से नीचे माइनस में चल रहा तापमान

Khabron wala 

राज्य के जनजातीय इलाके अब शीतलहर की चपेट में पूरी तरह से आ गए हैं। कई जगहों पर न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे माइनस में चला गया है और नवम्बर माह में जनवरी जैसी सर्दी का अहसास हो गया है। खासतौर पर जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन पर असर डाल दिया है। केलांग, कुकुमसेरी और ताबो में तापमान माइनस में चला गया है, जिससे यहां जलस्रोत जमना शुरू हो गए हैं। कई ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पानी जमने लगा है और शीतलहर लगातार बढ़ रही है। लाहौल-स्पीति के ताबो में न्यूनतम तापमान माइनस 5.3 डिग्री, केलांग में माइनस 3.6 डिग्री रहा, जबकि कुकुमसेरी माइनस 4.1 डिग्री तक ठंडा रहा।

राजधानी शिमला में तापमान 8.4 डिग्री दर्ज हुआ, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से मैदानों के कई शहर शिमला से ज्यादा ठंडे रहे। हमीरपुर में पारा 5.3 डिग्री तक आ गया, जो शिमला से काफी नीचे है। सुंदरनगर 4.6 डिग्री, भुंतर 2.8 डिग्री और सोलन 3.2 डिग्री पर रहा। इसके अलावा पालमपुर 5.5 डिग्री, सराहन 5.5 डिग्री और बजौरा में 4.4 डिग्री दर्ज हुआ। लोगों का कहना है कि बीते कुछ दिनों में मौसम तेजी से बदला है और रात में आवश्यकता से अधिक ठंड पड़ रही है।

पर्यटन नगरी मनाली का तापमान 1.9 डिग्री रहा, जिसके चलते सुबह ठंडी हवा ने लोगों को कंपा दिया। कांगड़ा 7.4 डिग्री, मंडी 6.2 डिग्री, बिलासपुर 8 डिग्री और धर्मशाला 8.4 डिग्री पर रहा। ऊना में तापमान 8.5 डिग्री, जुबड़हट्टी 8.6 डिग्री, कसाैली 9.8 डिग्री, भरमौर 6.3 डिग्री और पांवटा साहिब में 12 डिग्री दर्ज हुआ। नारकंडा 3.8 डिग्री, रिकांगपिओ 3.3 डिग्री, सेओबाग 1.8 डिग्री और देहरागोपीपुर 8 डिग्री पर रहा। नेरी में तापमान 11 डिग्री और बरठीं में 6.2 डिग्री दर्ज किया गया।

20 नवम्बर तक साफ रहेगा मौसम

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 20 नवम्बर तक हिमाचल में बारिश या बर्फबारी की कोई संभावना नहीं है। आगामी 4-5 दिनों में न्यूनतम व अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा और साफ आसमान के बीच ठंडी हवाएं आने वाले दिनों में और असर दिखाएंगी और रात के तापमान में और गिरावट की संभावना है।

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