Khabron wala
क्यार्दा से एक बारात हरियाणा स्थित बराड़ा गई थी। शाम को लगभग 6 बजे जब बारात वापिस क्यारदा आ रही थी जो धौलाकुआँ मे चाय पीने के लिए रुकी तो वहीं पर बारात की गाडी से सोने के आभुषण चौरी होने का मामला सामने आया। जिस पर थाना माजरा में चोरी की धाराओं में अभियोग दर्ज किया गया। सिरमौर पुलिस साईबर सेल के मुख्य आरक्षी अमरेन्दर सिंह, माजरा थाना मुख्य आरक्षी संगीत कुमार व आरक्षी गुरदीप सिंह की टीम गठित की गई जिन्होने पुलिस अधीक्षक महोदय, सिरमौर के दिशा निर्देशों के अनुसार त्वरित कार्यवाही करते हुए इलाके के सारे CCTV FOOTAGE व अन्य तकनीकी मापदण्डों के विश्लेषण से यह पाया की वारदात मे जो सन्दिग्ध व्यक्ति शामील थे वह लोग बराड़ा से ही बारात का पीछा कर रहे थे व शादी समारोह मे भी शामिल थे। जिस पर उपरोक्त पुलिस टीम ने हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों से तकनीकी मापदण्डों के विश्लेषण से मुख्य आरोपी की पहचान नीतीश कुमार पुत्र उमेश कुमार निवासी गाँव कडिया सांसी डॉक घर पिपलिया रसोदा, जिला राजगढ़, मघ्य प्रदेश हुई है जिसे वारदात में शामिल वाहन नं0 UP80FF-3852 सहित गिरफतार करने मे सफतला हासिल की गई है तथा आज माननीय अदालत मे पेश करके 5 दिन पुलिस हिरासत रिमाण्ड प्राप्त किया गया है। उक्त आरोपी को पहले भी सिरमौर पुलिस 2015 मे पंजाब के भटिंडा से गिरफतार कर चुकी है जो वर्तमान मे उदघोषित अपराधी भी था।
इसके पास से वॉकी-टॉकी सेट्स भी बरामद हुए है जिसे एक-दुसरे से सम्पर्क करने के लिए इस्तेमाल करते थे। वारदात के दौरान इनके द्वारा किसी भी प्रकार से मोबाईल इस्तेमाल नही किया जाता था बात चीत करने के लिए केवल वॉकी-टॉकी सेट्स का ही प्रयोग करते थे ताकी स्थानीय मोबाईल टॉवर मे इन्की उपस्थिती दर्ज न हो सके। वारदात के दौरान वाहन पर भी नम्बर प्लेट का इस्तेमाल नही किया जाता था। फिर भी सिरमौर पुलिस ने बडी ही कार्यकुशलता के साथ पुलिस अधीक्षक महोदय के दिशा निर्देशों के अनुसार इस वारदात का खुलासा करने मे अहम भूमिका निभाई है। इसके अतिरिक्त अन्य स्थानों पर भी चोरी के मामलों में इसकी संलिप्तता होने की सम्भावना है जिनकी जानकारी एकत्रित की जा रही है।










