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हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियों पर हुई हालिया बर्फबारी ने पूरी घाटी को शीत लहर की चपेट में ले लिया है। सोमवार को हालांकि आसमान साफ रहा और सुनहरी धूप खिली, लेकिन इसने ठिठुरन को कम करने के बजाय रातों को और भी सर्द बना दिया है। प्रदेश के दो दर्जन के करीब शहर इस वक्त कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं, जहाँ पारा सिंगल डिजिट (10 डिग्री से नीचे) में सिमट गया है।
प्रमुख बिंदु: कहाँ कैसा है हाल?
शून्य से नीचे का सफर: जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में ठंड का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है। ताबो और कुकुमसेरी जैसे इलाकों में तापमान जमाव बिंदु से काफी नीचे चला गया है, जिससे वहां जनजीवन पूरी तरह जम सा गया है।
धूप की राहत: राजधानी शिमला और पर्यटन नगरी मनाली में दिन के समय खिली धूप ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को थोड़ी राहत जरूर दी है, जिससे अधिकतम तापमान में मामूली बढ़त दर्ज की गई।
मैदानी इलाकों में ‘येलो अलर्ट’: पहाड़ों पर तो आसमान साफ है, लेकिन निचले जिलों जैसे बिलासपुर और मंडी (विशेषकर बल्ह घाटी) में धुंध का कब्जा रहने वाला है। मौसम विभाग ने 26 दिसंबर तक यहाँ घने कोहरे की चेतावनी जारी की है।
आगामी पूर्वानुमान: क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले कुछ दिन राज्य में मिला-जुला मौसम लेकर आएंगे:
यातायात में सावधानी: देर रात और सुबह के समय दृश्यता (Visibility) कम रहने की संभावना है, इसलिए यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
नया विक्षोभ: 27 दिसंबर के आसपास हिमालयी क्षेत्रों में एक कम तीव्रता वाला पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इसके प्रभाव से 28 दिसंबर को अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में छिटपुट हिमपात या हल्की बूंदाबांदी की उम्मीद है।
तापमान का उतार-चढ़ाव: अगले 24 घंटों में दिन के तापमान में 2 से 4 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन रात के पारे में फिलहाल किसी बड़े बदलाव के आसार नहीं हैं। यानी सुबह-शाम की कंपकंपी अभी जारी रहेगी।









