Khabron wala
जब फैसला कर लिया ऊंची उड़ान का, फिर फिजूल है देखना कद आसमां का। इसी वाक्य को चरितार्थ कर दिखाया है, हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के रहने वाले जीवन लाल ने। जिन्होंने हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा (HPAS) परीक्षा में 23वीं रैंक हासिल कर तहसीलदार बनने का सपना साकार किया है। यह उपलब्धि उन युवाओं के लिए मिसाल बन गई है, जो सीमित संसाधनों और जिम्मेदारियों के बीच बड़े लक्ष्य देखने का साहस रखते हैं।
पहले कांस्टेबल पद पर दे रहे थे तैनाती
जीवन लाल वर्तमान में विजिलेंस मुख्यालय शिमला में प्रोटेक्शन गार्ड के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। वर्ष 2023 में हिमाचल प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती होने के बाद उन्होंने नौकरी के साथ-साथ प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी जारी रखी। महज़ 26 वर्ष की उम्र में, पहले ही प्रयास में HPAS परीक्षा पास कर उन्होंने तहसीलदार बनने का मुकाम हासिल कर लिया।
जीवन लाल का संबंध एक साधारण किसान परिवार से है। उनके पिता बिरी सिंह एक मिस्त्री हैं, जबकि माता विमला देवी गृहिणी हैं। ग्रामीण पृष्ठभूमि से निकलकर प्रशासनिक सेवा तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था, लेकिन निरंतर मेहनत और आत्मविश्वास ने उनके सपनों को नई उड़ान दी।
जीवन लाल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने पीजी कॉलेज मंडी से स्नातक की पढ़ाई की और धर्मशाला कॉलेज से केमिस्ट्री विषय में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की। 23 वर्ष की आयु में पुलिस सेवा में शामिल होने के बाद भी उन्होंने पढ़ाई और तैयारी को कभी नहीं छोड़ा। करीब तीन वर्षों तक पुलिस विभाग में सेवाएं देने के बाद अब वे तहसीलदार के रूप में प्रशासनिक जिम्मेदारियां संभालेंगे।
अपनी सफलता पर प्रतिक्रिया देते हुए जीवन लाल ने कहा कि यह उनके सफर का अंत नहीं है। उनका लक्ष्य अभी और आगे बढ़ने का है और वे उच्च प्रशासनिक सेवाओं के लिए भी तैयारी जारी रखेंगे।
जीवन लाल की इस उपलब्धि पर हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) ने उन्हें बधाई दी है। पुलिस विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह सफलता विभाग की सकारात्मक कार्यसंस्कृति को दर्शाती है, जहां जवानों को कर्तव्य के साथ-साथ व्यक्तिगत विकास के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है।
विभाग ने कहा कि कांस्टेबल जीवन लाल की यह उपलब्धि पुलिस बल के अन्य जवानों के लिए प्रेरणा है और यह साबित करती है कि मेहनत, अनुशासन और परिवार का सहयोग किसी भी व्यक्ति को ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है।












