ग्रामीण जान जोखिम में डाल कर पहुंच रहे अपने घर
उपमंडल पांवटा साहिब में पांवटा से बनौर जाने वाले मार्ग में आने वाली कई पंचायतो के ग्रामीण को बरसात के चलते भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात में भवरेंड खाले में बरसात का पानी आने से पांवटा बनौर सड़क पर पुल न बने होने के कारण पांवटा बनौर मार्ग ही खाले में तबदील हो जाता हे जिसके कारन आसपास के ग्रामीणों को अपनी जान जोखिम में डाल कर इस मार्ग से आना जाना पड़ता है।
बनौर पंचायत के प्रवीण चैहान ने बताया की पिछले 4 साल से यहाँ के लोकल विधायक ने इस क्षेत्र में कोई काम नहीं किया है। प्रवीण ने बताया बनौर पांवटा मार्ग को जोड़ने वाला पुल के पिलर तो 4 साल पहले ही वनवा दिए थे पर उसके बाद विधायक ने इस और कभी भी ध्यान नहीं दिया।इस दौरान वीरेंद्र चैहान,सतीश चैहान,कपिल चैहान,सतीश तोमर ने बताया की इस मार्ग की हालत इतनी खराब हे की आस पास की 3 पंचायतो के लगभग 300 परिवारों को अपने घर आने जाने के लीय अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ती है।
स्थानीय लोगो ने बताया की कभी किसी पंचायत में कोई बीमार हो जाए तो बड़ी मुश्किल से बरसात में इस मार्ग पे खाले का पानी आने से बड़ी मुश्किल से मरीज को पांवटा हॉस्पिटल ले जाया जाता है। इसके इलावा पंचायतो से स्कूल कॉलिज जा रहे छात्रों को भी भारी मुश्किल का सामना करना पड़ता हे स्कूली छात्रों को तो एक दूसरे का हाथ पकड़ कर इस खाले को पार करना पड़ता है। इस बारे में प्रवीण चैहान ने बताया की पंचायत के लोगो ने कई बार विभाग को व स्थानीय विधायक को इसके बारे में शिकायत की पर किसी ने कोई सुनवाई नहीं की उन्होंने कहा की अब पानी सर से ऊपर चला गया हे जल्द ही इस पुल का निर्माण नहीं किया गया तो पंचायत के लोगो को प्रदर्शन करने के लिये मजबूर होना पड़ेगा। इस बारे में विभाग के अधिकारी से सम्पर्क करना चाहा पर उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया।