नाहन (जसवीर सिंह हंस ) – मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी एवं अध्यक्ष उप मण्डल स्तरीय विधिक सेवा प्राधिकरण डा0 अबिरा बासु ने जिला न्यायालय परिसर में औषधीय पौधे का रोपण करके चार दिवसीय वन महोत्सव कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया ।इस अवसर पर डा0 अबिरा बासु ने कहा कि मानव जीवन में वनों का बहुत महत्व है और पेड़ पौधों के बिना पृथ्वी पर जीव- प्राणी की कल्पना भी नहीं की जा सकती है । उन्होने कहा कि वन जहां पर्यावरण को स्वच्छ एवं प्रदूषणमुक्त बनाते हैं वहीं पर वन लोगों की अनेक रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करते हैं । उन्होने कहा कि पौधरोपण से बढ़कर उसका रखरखाव व देखरेख ज्यादा महत्वपूर्ण है ।
उन्होने कहा कि वनीकरण कार्यक्रम को एक जन आन्दोलन बनाया जाना चाहिए और लोगों को अपनी खाली निजी भूमि पर पौधरोपण के लिए प्रेरित किया जाए । उन्होने कहा कि औषधीय पौधों का रोपण लोगों के लिए एक अतिरिक्त आय का साधन बन सकते है । जिसके लिए वन विभाग द्वारा मुफ्त में पौधे उपलब्ध करवाए जाते है । उन्होने कहा कि लोगों को जलवायु व भूमि की गुणवता के अनुरूप पौधों का रोपण किया जाना चाहिए ताकि पौधों की जीवित प्रतिशतता बढ़ सके ।इस मौके पर वन मण्डलाधिकारी नाहन निशांत मंडोत्रा ने वनों के महत्व बारे विस्तार से जानकारी दी ।इस अवसर पर सिविल जज एवं न्यायिक दण्डाधिकारी मनिषा गोयल, उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा दिलीप सिंह नेगी, वेदप्रकाश एसीएफ, स्वामी नाथ, बार ऐसोशियशन के पदाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग, विभिन्न स्कूलों के बच्चों न्यायालय परिसर में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा विभिन्न प्रजातियों का पौधरोपण किया गया ।