औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में पत्रकार बनकर बिजली बोर्ड के एसडीओ सतीश कुमार से 10 लाख रुपए ऐंठने की कोशिश की गई। इसके लिए कथित पत्रकार ने स्टिंग ऑपरेशन का भी हवाला दिया। मामला 8 सितंबर से शुरू हुआ है।
दोपहर एक बजे विपिन गुप्ता व उसके साथी एसडीओ कार्यालय पहुंचे। पहुंचते ही विपिन गुप्ता नामक व्यक्ति ने एसडीओ को यह कहकर डराया कि वह प्रेस रिपोर्टर है। साथ ही लैपटॉप में उसकी फोटो दिखाते हुए एसडीओ को धमकाया गया कि उन्होंने उसका स्टिंग ऑपरेशन किया हुआ है। साथ ही एसडीओ पर दबाव बनाया गया कि यह बात किसी से साझा न की जाए। एसडीओ पर स्टिंग ऑपरेशन को रफा-दफा करने के लिए 10 लाख रुपए मांगें गए। जब एसडीओ ने कथित पत्रकार को कहा कि 10 लाख रुपए नहीं है तो विपिन गुप्ता नामक कथित पत्रकार ने 5 लाख रुपए में सौदेबाजी करने की कोशिश की। एसडीओ ने जेई प्रकाश चंद को बुलाकर नाहन चलने को कहा। गाड़ी में विपिन गुप्ता भी बैठ गया। इस दौरान एसडीओ को जेई से कोई बात नहीं करने दी गई।
एसडीओ ने फोन पर अपनी पत्नी रचना को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में आने को कहा गया। साथ ही पत्नी को कहा कि वह साथ सुनिति पंवार से पैसे भी लेकर आए। बैंक पहुंचने पर विपिन गुप्ता कार से बाहर ही उतर गया। एसडीओ के मुताबिक नाहन आने के दौरान कालाअंब से ही एक अन्य गाड़ी (पीबी10ईएक्स-0043) भी पीछा कर रही थी, जिसमें दो व्यक्ति मौजूद थे। बैंक के भीतर एसडीओ को पत्नी रचना मिल गई। उसने कहा कि वह चैक लेकर आई है। बैंक ने चैक को कैश करने से मना कर दिया। इसी दौरान एसडीओ ने फोन पर जेई समेत पत्नी को पूरी बात बता दी। इस पर एसडीओ को कहा गया कि जब कोई गलत कार्य ही नहीं किया है तो स्टिंग ऑपरेशन की धमकी से क्यों डर रहे है।
इसके बाद जेई प्रकाश चंद व युसुफ अली तुरंत ही पुलिस कर्मियों के साथ बैंक पहुंच गए। तीनों व्यक्तियों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिन्होंने अपनी पहचान शमीम अहमद पुत्र इकबाल अहमद, सनुज पुत्र दुर्गा प्रसाद व नदीम शैफी पुत्र जहूर हुसैन बताई है। तीनों ही देहरादून के रहने वाले हैं। पुलिस ने आईपीसी की धारा 419, 384, 511 व 34 के तहत मामला दर्ज किया है।