पांवटा साहिब : जानवरों की तरह निजी स्कूल की बसों मे बच्चे भरकर , यातायात के नियमो की उड़ाई जा रही धज्जिया

(जसवीर सिंह हंस ) शहर के निजी स्कूल मोटी फीस वसूल रहे है तथा निजी स्कूल में हजारो रुपये की एडमिशन फीस बिल्डिंग फण्ड बस फीस के नाम पर मोटी वसूली हो रही है परन्तु बच्चो की सुरक्षा के नाम पर सभी   फेल  हो जाते है शुभ्खेड़ा स्थित गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल नाम  का एक नामी स्कूल जिसमे बच्चो की एडमिशन करवाने के लिए मंत्रियो तक की सिफारिश की जाती है व व इस स्कूल की शहर में कई ब्राचे है इसका का भी हाल कुछ सही नहीं है इस स्कूल की बसों में  बच्चो को ठूस ठूस कर भरा जाता है व बच्चो को बसों में दूर दूर तक खड़ा करके ले जाया जाता है जबकि मोटी बस फीस वसूली जाती है |

वही हिमाचल में नंबर दो स्कूल होने  का दावा करने वाले व जामनीवाला रोड पर स्थित शहर के सबसे महंगे स्कूल दी स्कॉलर होम  में से एक निजी स्कूल के हाल भी कुछ सही नहीं है वहा भी एक ड्राईवर शराब पीकर स्कूल की बस चलाते हुए पाया गया था परन्तु उसको स्कूल प्रबंधन ने निकल दिया था बस अच्छी बात ये रही थी की उस समय कोई हादसा नहीं हुआ था |

सी.बी.एस.ई. की गाइडलाइन्स को भी नही माना  जा रहा है जिसके अनुसार स्कूल के बच्चो को केवल सीट पर बैठकर ही  बस ले जा सकती है तथा कोई बच्चा बस में खड़ा होकर नहीं जा सकता  | परन्तु एक बात तो है कि यदि ऐसा है तो  परिवहन विभाग स्कूल बस को कैसे पास कर देता है तथा परिवहन विभाग स्कूल बसों को चेक करके चालन क्यों नहीं करता  इस बारे में एस.डी.एम. पांवटा साहिब का कहना  है की यदि ऐसी कोई शिकायत आती है तो व जरुर कार्यवाही करेंगे |

वही इस बारे मे कई स्कूल के प्रिंसिपल से बात की गयी तो किसी ने ड्राईवर न होने का किसी ने लास्ट ट्रिप का बहाना बनाया परन्तु भारी भरकम फीस वसूल रहे स्कूल बच्चो  की जिन्दगी  के साथ खिलवाड़ न ही करे तो बेहतर है | वही इस बारे में फायर ऑफिसर का कहना है कि सभी स्कूल की बसों में co2 गैस सिलेंडर होना भी जरुरी है ताकि किसी आग आदि की दुर्घटना से निपटा जा सके परन्तु यदि किसी स्कूल की बस में ऐसा नहीं है तो ये देखना  पुलिस व परिवहन विभाग की जिमेवारी है |

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Khabron wala हिमाचल प्रदेश के शिक्षण संस्थान देश दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहे हैं। ऐसे ही एक शिक्षण संस्थान ने अब एक नया इतिहास रच दिया है। दरअसल हिमाचल के मंडी जिला में स्थित आईआईटी मंडी के नाम एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। नवाचार और स्टार्टअप की दिशा में उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्थान को देशभर में यूनिवर्सिटी ऑफ द ईयर का खिताब मिला है। आईआईटी मंडी को दो प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा दिल्ली में आयोजित एफआईसीसीआई हायर एजुकेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड्स 2025 में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संस्थान को दो प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा। इनमें यूनिवर्सिटी ऑफ द ईयर और एक्सीलेंस इन क्रिएटिंग एंप्लॉयमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप शामिल हैं। यह सम्मान आईआईटी मंडी को हिमालयी क्षेत्र में 400 से अधिक स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए दिया गया है। संस्थान के नवाचार आधारित शोध कार्यों ने न केवल युवाओं को नए अवसर प्रदान किए हैं, बल्कि देश को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर भी अग्रसर किया है। नवाचार और स्टार्टअप्स में नई पहचान आईआईटी मंडी बीते कुछ वर्षों में स्टार्टअप और इनोवेशन के क्षेत्र में तेजी से उभरा है। संस्थान की रिसर्च लैब्स और इनक्यूबेशन सेंटर ने सैकड़ों युवाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने का मौका दिया है। स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक इन स्टार्टअप्स ने नई दिशा दी है। आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मिधर बेहरा ने कहा कि यह उपलब्धि पूरे संस्थान के लिए गर्व का क्षण है। यह सम्मान हमारे संकाय छात्रों और स्टाफ की कड़ी मेहनत का नतीजा है। हम नवाचार की संस्कृति को मजबूत कर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि संस्थान का फोकस केवल शोध तक सीमित नहीं है, बल्कि अनुसंधान के व्यावहारिक उपयोग, उद्योगों से साझेदारी और उद्यमिता को बढ़ावा देने पर भी है। आईआईटी मंडी का मानना है कि देश में तकनीकी नवाचार और स्टार्टअप इकोसिस्टम को सशक्त बनाकर ही रोजगार के नए अवसर पैदा किए जा सकते हैं। यही कारण है कि संस्थान में कई शोध परियोजनाएं सीधे सामाजिक और औद्योगिक जरूरतों से जुड़ी हुई हैं। इस उपलब्धि के बाद आईआईटी मंडी ने स्पष्ट कर दिया है कि उसका लक्ष्य केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता तक सीमित नहीं है, बल्कि देश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में भी उसकी भूमिका अहम होगी।

इसी लापरवाही का नतीजा  था कि गत समय पहले  को जिंदल पब्लिक स्कूल के ड्राईवर ड्राइवर निक्कू राम निवासी बद्रीपुर ने सुबह आठ बजे शराब पीकर जिंदल पब्लिक स्कूल की बस को खेत में उतार दिया। इसके बाद यह स्कूल बस पलट गई। इस हादसे में चार बच्चे व बस कंडेक्टर बुरी तरह घायल हो गए थे । इस हादसे के बाद बच्चो के माता पिता का यही कहना था कि  कि उन्होंने स्कूल प्रबंधन को पहले भी कई बार शिकायत की थी | पुलिस  ने भी ड्राईवर को गिरफ्तार कर लिया था  |

 

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